
अपने किसी मोहरे को दलाई लामा का उत्तराधिकारी बनाना चाहता है चीन, इस काम के लिए भेजा था जासूस, दिल्ली से हुआ था गिरफ्तार, अंदर की खबर
पिछले हफ्ते मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार चीनी नागरिक लुओ सांग को ड्रेस चीन ने दलाई लामा के होने वाले उत्तर अधिकारी की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए भेजा था और यह नागरिक कई सालों से बाकायदा दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और दक्षिण भारत की कई मोनेस्ट्री के कई लामा से संपर्क में था और पैसे का लेनदेन कर रहा था। चीन नागरिक इन लामा के जरिए दलाई लामा का उत्तराधिकारी के रूप में चीन के मोहरे को बनाने के ऑपरेशन को अंजाम दे रहा था।
लंबे समय से तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा की जासूसी में शामिल था। भारत में 2014 से चार्ली पेंग के फर्जी नाम से रह रहे सांग के वित्तीय लेनदेन की जांच में तिब्बत से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी चीन को भेजने के ठोस सुबूत मिले हैं। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हालिया तनाव के मद्देनजर यह खुलासा काफी अहम माना जा रहा है। चीन के कब्जे वाले तिब्बत में ही बड़ी संख्या में सैनिक तैनात है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के मजनूं का टीला में रहने वाले लुओ सांग ने तिब्बती लामाओं के बीच अच्छी खासी पैठ बना रखी थी। वह पैसे और अन्य हथकंडों से दलाई लामा, तिब्बत की निर्वासित सरकार और अन्य गतिविधियों की जानकारियां लगातार चीनी एजेंसियों को पहुंचाता था। वह दो साल पहले पुलिस के जांच घेरे में भी आया था, लेकिन जासूसी के मामले ने उस समय तूल नहीं पकड़ा और गिरफ्तारी के बाद उसे अदालत से जमानत भी मिल गई थी।
एजेंसियां सतर्क हुईं जब सांग की असली पहचान सामने आने लगी। वह लामाओं को पिछले कई सालों से दो से तीन लाख रुपये लगातार देता आ रहा था। जांच आगे बढ़ने पर पता लगा कि चीन की मुखौटा कंपनियां भारत में छोटी चीनी कंपनियों को खरीद आर्डर जारी कर रही थीं। इसके पीछे सांग और उसे कई चीनी साथी काम कर रहे थे। आयकर विभाग के मुताबिक इसी की आड़ में 40 खाते खोले गए और 1000 करोड़ से ज्यादा की लॉन्ड्रिंग की गई।
मनी लॉन्ड्रिंग में सीए कर रहा था मदद
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पैसे के इसी तंत्र का इस्तेमाल जासूसी के लिए भी किया जा रहा था। एजेंसियों को सांग को लेकर कई अहम सुराग मिले हैं। इसी क्रम में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की भी पहचान हुई है जो मनी लॉन्ड्रिंग में सांग की मदद कर रहा था। फिलहाल सीए से पूछताछ जारी है।
मिजोरम की लड़की से शादी कर नई पहचान बनाई
सांग से पूछताछ में पता चला है कि वह 2014 में नेपाल के रास्ते भारत आया था। योजना के तहत मिजोरम की लड़की से शादी कर उसने अपनी नई पहचान बनाई। नए नाम के साथ पासपोर्ट और पैन कार्ड भी बनाया और भारत का नागरिक बन गया।
केंद्र में उच्च अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे एसपी कांगड़ा
उधर, घटना के बाद जिला कांगड़ा पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गईं हैं। एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन केस के संदर्भ में केंद्र में उच्च अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे, ताकि दलाईलामा के निवास स्थान से भी जांच को आगे बढ़ाएंगे।