
खबर स्पेशल केदारनाथ ।
केदारनाथ यात्रा ने पकड़ी रफतार केदारनाथ में दर्षनों के लिए आ रहे देष- विदेष से श्रद्धालु।
हरेन्द्र नेगी
ग्यारहवे ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के दर्षनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है।कहते हैं कि आस्था कभी भी डगमगाती नहीं हैं अगर मन में सच्ची आस्था हो तो बाबा के भक्त किसी भी मुषीबत को पार कर बाबा के चरणों में पहॅूच ही जाते है। देखिये खास रिर्पोट हरेन्द्र नेगी रूद्रप्रयाग से —
बीओं-चार धामों में सबसे कठिन यात्रा भगवान केदारनाथ जी मानी जाती है। 11हजार की उंचाई पर स्थिति भगवान केदारनाथ का मंदिर स्थिति हैं यहां पहॅूचने के लिए लोग पैदल, घोडें खच्चर, डंडी कड़ी, तथा हवाई मार्ग से भी पहूॅचते है। रूद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड तक सडंक मार्ग जो 70 किलोमीटर गौरीकुण्ड से 17 किलोमीटर की खड़ी चढाई को श्रद्धालु पार कर अपने अराध्य देव भगवान षिव को प्राप्त करते हैं और बाबा के दर्षन कर पुण्य प्राप्त कर धन्य हो जाते है।
इस बार भगवान केदारनाथ जी के कपाट 28 अप्रैल को खुले थे लेकिन कोरोना काल के चलते चार धाम यात्रा पूर्ण तरह से प्रभावित रही और हर प्रकार से ब्रेक लग गया। 6 माह तक गुलजार रहने वाली केदार घाटी बिरान नजर आने लगी कपाट तो खुले थे मगर यात्रा नहीं चल पड़ी जिससे लोगों को हर प्रकार से प्रभावित होना पड़ा। चारधाम यात्रा से हर बर्ग के लोगों के हाथों को काम मिलता था लेकिन कोरोना महामारी ने सारे सिष्टम को जाम कर दिया।
अब एक बार फिर से चार धाम यात्रा ने रफतार पकड़ ली हैं देष विदेष से हजारों की संख्या में चार धाम यात्रा पर पहॅूूच रहे हैं सबसे ज्यादा यात्री केदारनाथ धाम पहॅूच रहे हैं।जिससे पूरी केदारघाटी इन दिनों यात्रियों से गुलजार हो चुकी हैं अब थोड़ा बहुत ऐसा लग रहा है। कि हर एक छोटे बडे हाथ को काम मिल रहा हैं । लोगों में काफी उत्साह और खुषी है। अब तक 30 हजार श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके है साथ ही प्रत्येक दिन 2 हजार से लेकर 25सौ तीर्थ यात्रि केदारनाथ यात्रा पर आ रहे हैं।
पिछले बार केदारनाथ यात्रा में 4 अरब से भी ज्यादा का कारोबार हुआ था जिससे लोगों में काफी उत्साह था और 10 लाख से भी ज्यादा यात्रि केदारनाथ धाम में पहूॅचे थे।
अब जब एक माह केदारनाथ यात्रा के लिए कुल समय रह गया हैं लेकिन बाबा के भक्त देष विदेष के कोने से धाम पहॅूच रहे है।
यात्रा में उत्साह को देखते हुए एक बार फिरसे हेली सेवा कम्पनीयों को केदारनाथ में उडान भरने की अनुमति डीजीसीए भारत सरकार उडडयन मंत्रालय दे सकता है।और 10 अक्टूबर से एक बार फिर से केदारनाथ के लिए यात्री हेली सेवा धाम पहूॅच सकते है। और बाबा के दर्षन कर पायेगे।
बडी बात यह हैं कि कोबिड़ 19 को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ यात्रा में कई बदलाव आये और किये गये जिनमें केदारनाथ के दर्षन केबल मंदिर परिसर तक थे लेकिन धीरे -धीरे परिवर्तन के चलते आज एक बार फिर मंदिर के सभा मण्डप यानि मंदिर परिसर के अन्दर सभा मण्डप से बाबा के दर्षन एंव परिक्रमा कर पायेगे जिससे भक्त काफी उत्साहित हैं यह परिवर्तन कल जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग एवं तीर्थ पुरोहित समाज केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी बेदपाटी के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया जिससे लोगों में काफी उत्साह हैं ।
कोबिड़ को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ धाम में हर प्रकार बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों का रजिस्टेषन एंव कोबिड़ टेस्ट किया जा रहा है जिससे किसी प्रकार को कोई खतरा न हो और यात्रा सुचारू रूप से चलती रहेगी।
केदारनाथ यात्रा में यात्रियों को किसी प्रकार कोई दिक्कत न इसको ध्यान में रखते हुए जिला प्रषासन हर प्रकार से निगरानी कर रहा हैं मार्ग को चुस्त दुरूस्त किया गया हैं केदारनाथ मार्ग पर दुकाने खोली गयी हैं रहने के लिए जीएमबीएन एवं तीर्थ पुरेाहितों के घरों को खोला गया हैं साथ ही जगह जग हर प्रकार की सुविधा सरकार द्धारा दी जा रही हैं जिससे यात्रि काफी उत्साहित हैं ।
जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग ने यात्रियों को कोई असुविधा न हो इसकेा ध्यान मे ंरखते हुए स्वंय केदारनाथ भ्रमण कर केदारनाथ मे ंचल रहे पुर्ननिर्माण के कार्यो का जायजा लिया साथ ही केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाअेंा को देखते हुए अधिकारीयों को निर्देष दिये कि यात्रियों को कोई असुविधा न हेा तो कोई गलत मैसेज यात्रा के दौरान न जाये।
जिलाधिकारी ने केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों मेडिकल रिलीफ पोस्टए शंकराचार्य समाधिए भैरव गदेरा मार्गए सरस्वती घाटए मन्दाकिनी घाटए रेतस कुंडए उद्धव कुंडए हंस कुंडए आस्था पथ आदि का निरीक्षण किया।
यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ में पुलिस फोस बढा दी गयी हैं वहीं सभा मण्डप में प्रवेष के लिए दो होम गार्ड की डयूटी मंदिर परिसर के बाहर लगा दी गयी है।केदारनाथ धाम में कोई व्यक्ति बिना मास्क के धाम में न धूमें उसके खिलाफ कोविड19 एक्ट के तहत कार्यवाही की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना को देखते हुए यात्रियों के धाम में पहुँचने पर गोल चबूतरे के पास थर्मल स्कैनिंग की जा रही है जिससे अन्य श्रद्धालुओं भी सुरक्षित व स्वस्थ रहे। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने धाम में ड्यूटी दे रहे चिकित्सक डॉक्टर रोहित तिवारी को चबूतरे के पास मेडिकल जांच का बोर्ड लगाने को कहा जिससे श्रद्धालुओं को आसानी से पता लग सके कि यहां स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।
सेक्टर अधिकारी केदारनाथ को दो पीआरडी जवान की ड्यूटी सभामण्डप से दर्शन कर रहे श्रद्धालुओं की कतार लगाने जिससे एक समय मे एक व्यक्ति ही सभामण्डप में प्रवेश करेंए शंकराचार्य समाधि के निरीक्षण के दौरान धीमी प्रगति पर कार्यदायी संस्था को कार्य मे प्रगति लाने व तय अवधि दिसम्बर 2020 तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। अधिशासी अभियंता डीडीएमए प्रवीन कर्णवाल व पटवारी को केदारनाथ में प्राचीन शैली के पूर्व से बने हुए भवनों की सूची बनाने व धाम में तीर्थ पुरोहितों के बन चुके भवनों में आ रही शिकायतों कर सम्बंध में भवनों का निरक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए जिससे पता चल सके किस भवन में क्या कार्य कराया जाना है। कार्यवाही की जायेगी।
भगवान केदारनाथ की आस्था देष विदेष के श्रद्धालुओं में ही नहीं देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में भी कूट कूट कर भरी हुई हैं वे ऐसे षिब भक्त हैं जिन्होने कई बार केदारनाथ धाम पहॅूचकर षिब अराधना की साथ ही रूद्रप्रयाग प्रषासन को कहा कि केदारघाटी ऐसी घाटी हैं जहां साधु सन्त योग ध्यान करते आये हैं और यहां पर कई ऐसी गुफाये हैं जिनमें श्रद्धालु साधना कर सकते हैं पिछली बार प्रधानमंत्री ने भी केदारनाथ के पास गुफा मे योगध्यान साधना की थी जिसके बाद कई श्रद्धालु यहां साधना के लिए पहॅूचते हैं और गुफा की बुकिंग करते हैं । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एक दो महिने में केदारनाथ धाम में हो रहे पुर्ननिर्माण कार्यों की समीक्षा करते रहते है। जिससे केदारपुरी एक बार फिर से चकाचैध हो पाये । 2013 के बाद पूरी केदारपुरी तहस नहस हो गयी थी जिसका जीर्णोद्धार का कार्य अभी तक चल रहा हैं और कार्य प्रगति पर हैं आदिगुरूषंकराचार्य जी की समाधि स्थल का निर्माण कार्य दिसम्बर माह तक पूरा हो जायेगा।