
हरेन्द्र नेगी
रुद्रप्रयाग देवस्थानम बोर्ड को भंग करने और मास्टर प्लान के विरोध में केदारनाथ धाम में तीन माह से आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी की अचानक तबियत बिगड़ गईए जिसके बाद उन्हें स्ट्रेक्चर की सहायता से एसडीआरएफ व पुलिस की टीम लिनचैली लाई। यहां पर ज्यादा तबियत खराब होने पर उन्हें हेलीकाॅप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया गया और ईलाज के लिए ऋषिकेश एम्स ले जाया गया।
बता दें कि केदारनाथ मंदिर पं्रागण में आचार्य संतोष त्रिवेदी तीन माह से अर्धनग्न होकर धरना दे रहे थे। उनकी दो मांगे हैंए जिसमें देवस्थानम् बोर्ड को भंग किया जाय और केदारनाथ में मास्टर प्लान के तहत हो रहे निर्माण कार्यो को बंद करवाया जाय। पूर्व की भांति श्री बद्री.केदार मंदिर समिति को रखा जाय। देवस्थानम् बोर्ड के गठन के बाद से केदारनाथ धाम में अव्यवस्थाएं हावी हो चुकी हैं और तीर्थ पुरोहितों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी अर्धनग्न होकर धरने में डटे थे। आज सुबह अचानक से उनकी तबियत खराब हो गई और उन्हें एसडीआरएफए पुलिस व तीर्थ पुरोहित के लोग स्ट्रेक्चर के माध्यम से लिनचैली ले आए। यहां पर उनकी तबियत ज्यादा खराब होने पर उन्हें हेलीकाॅप्टर के जरिये ईलाज के लिए ऋषिकेश एम्स ले जाया गया। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित विनोद शुक्ला ने बताया कि देवस्थानम् बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहित आंदोलन पर डटे हैंए बावजूद इसके सरकार उनकी कोई सुध नहीं ले रही है। तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी तीन माह से अर्धनग्न होकर धरना दे रहे थेए जिसक कारण उनकी तबियत खराब हो गई और उन्हें ईलाज के लिए ले जाया गया।