
कारण जानेंगे तो हो जाएंगे हैरान, लॉकडाउन में कैसे बढ़ी कारों की बिक्री
नई दिल्ली।
लॉकडाउन के शुरुआती महीनों में कारों की बिक्री थोड़ी मंद थी। लेकिन अब लोगों ने कार्य खरीदना शुरू कर दिया है, नतीजतन कारों की बिक्री में बढ़ोतरी हुई। लॉक डाउन के दौरान बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी चली गई है, वेतन कट रहा है और काम धंधा चौपट में है लेकिन तब भी कई लोगों ने लॉकडाउन को बड़ा मौका मानते हुए कार खरीदने की हिम्मत दिखाई है।
लेकिन कारों की बिक्री बढ़ने के पीछे हम आपको सबसे बड़ा कारण बताते हैं। दरअसल कार खरीदने की हिम्मत शहरों और महानगरों के लोगों ने नहीं, बल्कि गांव के लोगों ने कार खरीदने की हिम्मत दिखाई और कार की बिक्री बड़े हैरतअंगेज तरीके से बढ़ गई जोकि कार कंपनियां भी उम्मीद नहीं कर रही थी।
कंपनियों की कुल बिक्री में ग्रामीण बाजारों से बढ़ी हुई हिस्सेदारी दर्ज की है। एक अच्छी रबी और खरीफ फसल के मौसम के बाद ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ, ग्रामीण बाजार एक हद तक वाहन निर्माताओं को शहरी बाजारों में खोई हुई जमीन को पाटने में मदद कर रहे हैं। इसके अलावा, मेट्रो शहरों में आसमान छूते संक्रमण के मामलों की तुलना की वजह से लोग कारें खरीदने में हिचक रहे हैं। और कंपनियों से जुड़े लोगों का कहना है कि कम जनसंख्या वाले टियर 2 शहरों में आर्थिक गतिविधियां सामान्य हैं।
मारुति सुजुकी इंडिया का कहना है कि जुलाई 2020 में 1,01,307 इकाइयों की घरेलू बिक्री हुई है. जबकि जुलाई 2019 में 1,00,006 इकाइयों की बिक्री हुई थी. जिसमें पिछले महीने की 11,577 इकाइयों की तुलना में ऑल्टो और एस-प्रेसो की 49.1% बढ़कर 17,258 इकाइयों की बिक्री हुई थी. कंपनी ने आगे कहा कि कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री में स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर जैसे मॉडल शामिल हैं, हालांकि, पिछले साल जुलाई में 57,512 कारों की तुलना में 10.4% घटकर 51,529 यूनिट रह गई है.
हुंडई की कारों में थोड़ी कमी
दूसरी ओर प्रतिद्वंद्वी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) की जुलाई महीने में 38,200 इकाइयों की घरेलू बिक्री देखी गई है. जो जुलाई 2019 में 39,010 इकाइयों के मुकाबले 2% कम थी. पिछले साल इसी महीने में 57,310 यूनिट के मुकाबले इसकी कुल बिक्री 41,300 यूनिट्स पर 28% कम रही.
महिंद्रा की घटी बिक्री दर
महिंद्रा महिंद्रा ने जुलाई 2019 में 37,474 इकाइयों की तुलना में पिछले महीने 24,211 इकाइयों की घरेलू बिक्री में 35% की गिरावट दर्ज की है. इसकी कुल बिक्री पिछले साल के इसी महीने में 40,142 इकाइयों की तुलना में 36% घटकर 25,678 इकाई रह गई.
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