
harendra negi
ग्रामीणों का आरोप अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है प्लांट
प्लांट से गांव का पर्यावरण हो रहा है प्रदूषितए कोरोना फैलने की बनी है आशंका
रुद्रप्रयाग जिले के चन्द्रनगर क्षेत्र अन्तर्गत किणझाणी गांव के गोरता तोक में स्थित हाॅट मिक्स प्लांट का ग्रामीणों ने विरोध किया है। ग्रामीणों का कहना है हाॅट मिक्स प्लांट का संचालन अवैध रूप से हो रहा है। ग्रामीणों की खुली बैठक में इस प्लांट का विरोध भी गिया जा चुका हैए लेकिन बावजूद इसके प्लांट संचालक मनमानी पर उतरा हुआ है। सोमवार को भारी संख्या में ग्रामीणों प्लांट स्थल पर पहुंचे और विरोध किया।
दरअसलए मोहनखाल.चन्द्रनगर क्षेत्र की दूरस्थ ग्राम पंचायत किणझाणी के आबादी वाले क्षेत्र में हाॅट मिक्स प्लांट लगा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि यह प्लांट उनकी जानकारी के बगैर लगा हुआ है। ग्रामीण तीन बार खुली बैठक में इसका विरोध कर चुके हैं। विभाग को भी अवगत करा चुके हैंए लेकिन प्लांट का संचालन बंद नहीं हो रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि प्लांट में बाहरी व्यक्ति कार्य करने आते हैं। ऐसे में ग्रामीणों में कोरोना महामारी फैलने का भय बना हुआ है। इसके अलावा आबादी क्षेत्र के निकट प्लांट होने से ग्रामीणों को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में धूल उड़ने से लोगों को सांस लेने में तकलीफें हो रही हैं। जबकि क्षेत्र के पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है।
किणझाणी गांव के ग्रामीणों ने हाॅट मिक्स प्लांट पर पहुंचकर विरोध भी जताया। उनकी माने तो ग्राम पंचायत की तीन बार की बैठकों में विरोध किया जा चुका हैए लेकिन इसके बाद भी जबरन प्लांट का संचालन किया जा रहा है। प्लांट संचालक मनमानी करने पर उतर आये हैं। दिन में प्लांट को बंद रखकर रात्रि के समय प्लांट का संचालन किया जा रहा है। जिस कारण ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि गांव के बीच में संचालित हो रहे प्लांट को बंद नहीं किया गया तो समस्त ग्रामीण उग्र आंदोलन के लिये बाध्य हो जाएंगे।
वहीं लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ के अधिशासी अभियंता मनोज भटट ने कहा कि बांसबाड़ा.कणसिल.चन्दनगर.मोहनखाल मोटरमार्ग पर डामरीकरण का कार्य चल रहा है। डामरीकरण करने को लेकर कुछ दिनों के लिये हाॅट मिक्स प्लांट लगाया गया हैए लेकिन ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों को मनाने के बहुत प्रयास किये जा रहे हैंए लेकिन ग्रामीण नहीं मान रहे हैं। इस संबंध में शासन को अवगत कराया जायेगा।