हरेन्द्र नेगी
वाटिका को लेकर केदारनाथ में वन अपराध नियंत्रण चैकी तैयार
रुद्रप्रयाग। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की बाबा केदारनाथ (Baba Kedarnath) से अटूट आस्था जुड़ी है और आपदा के बाद कई बार वे धाम भी आ चुके है। पीएम मोदी के दिशा.निर्देशन में धाम में पुनर्निर्माण कार्य भी चल रहे हैंए जिसका जायजा उनके द्वारा समय.समय पर लिया जा रहा है। उनके ड्रीम प्रोजेक्ट (Dream Project) में शामिल शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य दूसरे चरण में है तो आस्था पथ का कार्य पूरा हो गया है। इसके साथ ही तीर्थ पुरोहितों के तीन भवन पहले ही बन चुके हैंए जबकि दो भवन बनकर तैयार होने को हैंए जिन्हें जल्द ही पुरोहितों को सौंप दिया जायेगा। अब धाम में पीएम मोदी के दिशा.निर्देश पर ब्रह्मावाटिका बनाई जानी प्रस्तावित है। इसके लिए केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग ने केदारनाथ में वन अपराध नियंत्रण चैकी तैयार की है। इससे जहां ब्रह्मवाटिका का संरक्षण किया जायेगाए वहीं हिमालय क्षेत्र में वानिकी कार्यों को बढ़ावा देने के साथ ही वन्य जीवों के संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
दरअसलए 16ध्17 जून 2013 की प्रलयकारी केदारनाथ आपदा के दौरान वन विभाग की चैकी बह गयी थी। वन विभाग की चैकी न होने से केदारनाथ क्षेत्र में ब्रहमकमल का बेवजह दोहन किया जा रहा था और हिमालयी क्षेत्रों में मानवीय गतिविधियां भी बढ़ती जा रही थी। ऐसे में केदारनाथ धाम में वन अपराध नियंत्रण चैकी का निर्माण किया जाना जरूरी था। केदारनाथ आपदा के बाद जैसे ही नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो का जिम्मा अपने कंधों पर ले लिया और उनके दिशा निर्देशन में केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं। उनके ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत पांच कार्य केदारनाथ धाम में होने हंैए जिनमें दो कार्य पहले ही हो चुके हैं और तीन कार्यों में आस्था पथ का कार्य पिछले माह ही पूरा हुआ हैए जबकि शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य दूसरे चरण में है। इसके अलावा तीर्थ पुरोहितों के भवनों का कार्य गतिमान है। पांच भवनों में तीन भवनों का कार्य पहले ही पूरा हो चुका हैए जिन्हें तीर्थ पुरोहितों को सौंप दिया हैए जबकि दो भवन अगले माह तक बनकर तैयार हो जायेंगे। पीएम मोदी मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल अब एक और कार्य केदारनाथ धाम में किया जा रहा है। उनके दिशा.निर्देशन में धाम में ब्रह्मवाटिका का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए केदारपुरी में केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग ने वन अपराध नियंत्रण चैकी तैयार कर दी है। बेस कैंप के समीप लगभग पचास लाख की लागत से तीन भवनों वाली इस चैकी के जरिये ब्रह्मवाटिका का संरक्षण किया जायेगा। यहां पर तीन सौ वर्ग मीटर के दायरे में ब्रह्मवाटिका लगाई जानी है। ब्रह्मवाटिका के संरक्षण के साथ ही चैकी में हिमालय क्षेत्र के वन्य जीव व वनस्पतियों की सुरक्षा व उपचार के लिए जरूरी उपकरण रखे जाएंगे। विषम परिस्थितियों में रेंज कार्यालय ऊखीमठ व प्रभागीय कार्यालय गोपेश्वर को तत्काल सूचना पहुंचाने के लिए यहां वायरलेस स्टेशन व कंट्रोल रूम की सुविधा भी है। चैकी में फॉरेस्टरए फॉरेस्टर गार्ड और दो फॉरेस्टर वॉचर की तैनाती अक्तूबर पहले सप्ताह तक कर दी जाएगी। ये कर्मचारी उच्च हिमालय क्षेत्र में वानिकी कार्यों को बढ़ावा देंगे। साथ ही वन्य जीवों की सुरक्षा व इलाज के साथ प्रस्तावित ब्रह्मवाटिका के संरक्षण में अहम भूमिका निभाएंगे।
वहीं जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा.निर्देश में केदारनाथ धाम में ब्रहमवाटिका का कार्य प्रस्तावित है। केदारपुरी में तीन सौ वर्ग मीटर के दायरे में ब्रह्मवाटिका लगाई जानी है। ऐसे में केदारनाथ में वन अपराध नियंत्रण चैकी का निर्माण किया गया हैए जो ब्रह्मवाटिका का संरक्षण करेगी। उन्होंने कहा कि विषम भौगोलिक क्षेत्र को देखते हुए चैकी में सभी जरूरी उपकरण व संसाधन रखे जा रहे हैं। चैकी में तैनात स्टॉफ की मदद से हिमालय क्षेत्र में वानिकी कार्यों को बढ़ावा देने के साथ वन्य जीवों के संरक्षण में भी मदद मिलेगी।