खेड़ाखाल.डुंगरीपंथ मोटरमार्ग पर किया जा रहा घटिया कार्य

0 0
Read Time:6 Minute, 56 Second

हरेन्द्र नेगी

दो साल में दो किमी मोटरमार्ग का निर्माण कार्य पूरा नहीं कर पाया ठेकेदार

स्कबरए पुश्ते के निर्माण में किया जा रहा मिट्टी का प्रयोग
डंपिंग जोन के बजाय ग्रामीणों के खेतों में डाली जा मिट्टी
बाहरी राज्यों से गांव लौटे प्रवासियों ने जताया आक्रोश
रुद्रप्रयाग। बच्छणस्यूं पट्टी को जोड़ने वाला खेड़ाखाल.डुंगरीपंथ मोटरमार्ग पर घटिया कार्य चलने से ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है। आलम यह है कि मार्ग पर लगाये जा रहे पुश्तों और स्कबर में रेतए बजरी की जगह मिट्टी का प्रयोग हो रहा हैए जबकि सड़क का चैड़ीकरण भी सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। मार्ग पर किये जा रहे कार्यो में कोई गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है और मोटरमार्ग की मिट्टी डंपिंग जोन में डालने के वजाय सीधे ग्रामीणों के खेतों में डाली जा रही है। कोरोना महामारी के चलते घर लौटे प्रवासियों ने निर्माण कार्य को देखकर अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि शहरी इलाकों में हो निर्माण कार्यो में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाता हैए मगर ग्रामीण इलाकों में चल रहे निर्माण कार्य में धांधली की जा रही है। इसमें अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत साफ झलक रही है।
बता दें कि खेड़ाखाल.डुंगरीपंथ मोटरमार्ग का दो किमी का हिस्सा रुद्रप्रयाग जनपद में पड़ता हैए जबकि बाकी का हिस्सा पौड़ी में हैं। यह दो किमी का हिस्सा वर्षो से विभागीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण उबड़.खाबड़ था। यहां पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं था। ग्रामीणों की मांग पर लोनिवि डिवीजन श्रीनगर ने दो किमी हिस्से के सुधारीकरण को लेकर टेंडर निकाले और निर्माण कार्य शुरू करवायाए मगर दो साल बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। दो साल में दो किमी मोटरमार्ग पर निर्माण कार्य पूरा न होनाए विभागीय ठेकेदार की हकीकत को बयां कर रहा है। इन दिनों मोटरमार्ग पर स्कबर और पुश्तों का कार्य चल रहा हैए जिसमें रेत और बजरी की जगह मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है। मोटरमार्ग चैड़ीकरण से निकाली जा रही मिट्टी को पुश्तों में लगाया जा रहा है। ऐसे में यह पुश्ते कितने समय तक टिक पायेंगेए यह भी सवाल बना हुआ है। इसके अलावा मोटरमार्ग चैड़ीकरण से निकाली जा रही मिट्टी को डपिंग जोन में डालने के वजाय ग्रामीणों के खेतों में फेंका जा रहा है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने कई बार विभागीय अभियंताओं से कीए मगर कोई कार्यवाही नहीं की। कोरोना महामारी के कारण विभिन्न राज्यों से अपने गांव लौटे प्रवासियों ने जब मोटरमार्ग का निर्माण कार्य देखाए तो उन्होंने कार्य की गुणवत्ता पर सवालियां निशान उठाने शुरू कर दिए। प्रवासी ग्रामीणों ने कहा कि सरकार की योजनाओं का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। विभागीय अभियंताओं और ठेकेदार की मिलीभगत से निर्माण कार्य में गुणवत्ता का कोई भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। जहां एक ओर शहरी इलाकों में निर्माण कार्यो पर हर समय नजर रहती हैए वहीं ग्रामीण इलाकों में चल रहे निर्माण कार्यो में अनदेखी की जाती है। पुश्तों और स्कबर में रेत व बजरी की जगह मिट्टी का प्रयोग हो रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला लगा रहता है और ये पुश्ते कितनी बारिश झेल पायेंगे। उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने डंपिग जोन की आड़ में ग्रामीणों के खेतों को तबाह कर दिया है। ठेकेदार को किसी का डर नहीं है। दुर्भाग्य है कि ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
बाइट . अनिल सिंहए प्रवासी ग्रामीण
वहीं मोटरमार्ग का निरीक्षण करने पहुंचे क्षेत्रीय विधायक भरत सिंह चैधरी ने कहा कि यह ग्रामीणों के साथ धोखाधड़ी है। निर्माण कार्य करवा रही एजेंसी और ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। इसके लिए डिवीजन के अधिकारियों से वार्ता की जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य को करने से पहले उसकी डीपीआर बनाई जाती हैए उसमें साफ होता है कि निर्माण कार्य के दौरान किस तरह की गुणवत्ता रहेगी और डंपिंग जोन कहां रहेगा। उसके बाद ही कार्य किया जाता हैए मगर इस मोटरमार्ग पर ठेकेदार अपनी मनमानी करने में लगा है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
बाइट . भरत सिंह चैधरीए विधायक रुद्रप्रयाग
इधरए मामले में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि मोटरमार्ग के निर्माण कार्य की जांच को लेकर एसडीएम की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की गई है। इसमें दो तकनीकि एजेंसी के अधिकारियों को रखा गया है। कमेटी की ओर से मोटरमार्ग पर चल रहे निर्माण कार्यो की जांच की जायेगी और एक सप्ताह के भीतर आख्या प्रस्तुत की जायगी।
बाइट . वंदना सिंहए जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *