
चीनी टेक्नोलॉजी कंपनी से पीएम मोदी समेत 10,000 भारतीयों पर नज़र रखने की रिपोर्ट की जांच कर रही है सरकार
सरकार उस रिपोर्ट की जांच कर रही है जिसमें
एक चीनी टेक्नोलॉजी कंपनी द्वारा भारत में 10,000 से भी ज्यादा व्यक्तियों और संगठनों की लगातार निगरानी कर रही है, जिनमें प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ आदि शामिल हैं।
रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सरकार ने सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस अखबार में छपी इस रिपोर्ट पर गौर किया है। इंडियन एक्सप्रेस में रिपोर्ट तब छपी है जब सीमा पर भारत और चीन की सेना आमने सामने खड़ी हुई है। मई में चीनी सैनिकों की घुसपैठ से यह पूरा विवाद शुरू हुआ था।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक
एक चीनी टेक्नोलॉजी कंपनी भारत में 10,000 से भी ज्यादा व्यक्तियों और संगठनों की लगातार निगरानी कर रही है, जिनमें प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ आदि शामिल हैं
भारत में एक चीनी कंपनी द्वारा चलाए जा रहे एक बड़े सर्विलांस अभियान का मामला सामने आया है। इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने एक लंबी जांच के बाद इसका खुलासा किया है। अखबार के अनुसार एक चीनी टेक्नोलॉजी कंपनी भारत में 10,000 से भी ज्यादा व्यक्तियों और संगठनों की लगातार निगरानी कर रही है, जिनमें भारतीय प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, कई केंद्रीय मंत्री, कई मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता और रतन टाटा और गौतम अडानी जैसे बड़े उद्योगपति भी शामिल हैं।
अखबार का दावा है कि इस निगरानी अभियान को चलाने वाली कंपनी शेनहुआ डाटा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी के चीन की सरकार और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी से संबंध हैं. निगरानी के शिकार लोगों की सूची में कई बड़े अफसर, वैज्ञानिक और शिक्षाविद, पत्रकार, अभिनेता, खिलाड़ी, धार्मिक नेता, एक्टिविस्ट भी शामिल हैं. यही नहीं, वित्तीय अपराध, भ्रष्टाचार, आतंकवाद और तस्करी के आरोपों के कई बड़े मामलों का सामना कर रहे कई अभियुक्तों पर भी नजर रखी जा रही है।
—–