
रुद्रप्रयाग। चारधामों और देवस्थलों के लिए निकली जूना अखाडे़ की छड़ी यात्रा के रुद्रप्रयाग मुख्यालय पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने जोरदार स्वागत किया। कोटेश्वर मंदिर में कुछ देर रूकने के बाद छड़ी यात्रा रात्रि प्रवास के लिए सोनप्रयाग पहुंची। यहां भी छड़ी यात्रा का भक्तों ने फूल-मालाओं से भव्य स्वागत किया। कल सुबह छड़ी यात्रा केदारनाथ धाम को रवाना होगी।
बता दें कि 17 सितम्बर को हरिद्वार से छड़ी यात्रा का आगाज हुआ था। सोमवार रात्रि को खिर्सू में रात्रि विश्राम करने के बाद मंगलवार को यात्रा जिला मुख्यालय से तीन किमी की दूरी पर स्थित कोटेश्वर पहुंची। यहां पर भक्तों ने कोटेश्वर मंदिर के महंत शिवानंद गिरी महाराज के नेतृत्व में छड़ी यात्रा का पुष्प वर्षा से स्वागत किया। जूना अखाड़े हरिद्वारा के तीस साधु-संतों की छड़ी यात्रा के कोटेश्वर मंदिर पहुंचते ही सीता माता के जयकारों से मंदिर गुंजायमान हो उठा। जूना अखाड़ा हरिद्वार के अंतरराष्ट्रीय सभापति एवं छड़ी यात्रा प्रमुख महंत प्रेम गिरी जी महाराज ने कहा कि इस यात्रा से प्रदेश के तीर्थो को नई पहचान मिलने के साथ ही तीर्थाटन को बढ़ावा मिलेगा। उत्तराखंड में लगभग चालीस दिन यह छड़ी यात्रा चलेगी और इस यात्रा के माध्यम से लोगों को एक अच्छा संदेश देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष इस यात्रा को लेकर कोटेश्वर महादेव मंदि में आया जाता है, जिससे भक्तांे को यात्रा के दर्शन करवाए जा सकें। कोटेश्वर मंदिर में दो घंटे रूकने के बाद यात्रा ने रात्रि विश्राम के लिए सोनप्रयाग के लिए प्रस्थान किया। सोनप्रयाग पहुंचने पर छड़ी यात्रा का भक्तों ने जोरदार स्वागत किया।