
जामिया फिर ख़बरों में लेकिन कारण खराब नहीं बेहद अच्छा
नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में पिछले कुछ महीनों पहले बड़ी हिंसा देखने को मिली और वहां के छात्रों पर पुलिस के कई मामले भी चल रहे हैं। इसको लेकर जामिया की काफी बदनामी भी हुई। दिल्ली पुलिस के कैंपस के अंदर घुसने का मामला भी जोर-शोर से उठा।
एक बार फिर जामिया फिर खबरों में है लेकिन इस बार कारण खराब नहीं बल्कि बहुत ज्यादा अच्छा है। केंद्र सरकार की एनआईआरएफ रैंकिंग 2020 में जामिया मिलिया इस्लामिया सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने 40 अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालय को पछाड़ते हुए रैंकिंग में नंबर एक स्थान पाया है।
शोध कार्य, पढ़ाई, छात्र शिक्षक अनुपात समेत अनेक बिंदुओं में परखने के आधार पर जामिया को 90 फ़ीसदी स्कोर मिला है। वहीं अरुणाचल प्रदेश का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय राजीव गांधी विश्वविद्यालय देशभर में 83 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर है। 82 फीसदी के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और 78 फ़ीसदी स्कोर के साथ चौथे स्थान पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय है। सभी विश्वविद्यालयों का आकलन 17 मुख्य मांगों के आधार पर किया गया है जो कि केंद्रीय विश्वविद्यालय यूजीसी और एचआरडी मंत्रालय के बीच एक करार के तहत तय किए गए हैं हर तीन महीनों में मंत्रालय विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन का आकलन करता है।
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