
हरियाणा में कुड़ा उठाने में बड़ा घोटाला चल रहा है। पिछले एक साल में सोनीपत कल्स्टर में नगर निगम ने कुड़ा उठाने वाली एक कंपनी जय भारत मारूति (जेबीएम) को कुड़ा उठाने के लिए 54 करोड़ रुपये से ज्य़ादा की पेमेंट कर दी है। जबकि इस दौरान कंपनी ने सिर्फ 5 लाख टन से थोड़ा ज्य़ादा कुड़ा उठाया है। दूसरी ओर कुड़ा तोलने में भी बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा है।
आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने ठोस कूड़ा प्रबंधन प्रोजैक्ट में घोटाले का आरटीआई से खुलासा करते हुए कहा कि इस कंपनी को सरकार ने 22 साल के लिए कुड़ा उठाने का ठेका दे दिया था। इस कुड़े से कंपनी को बिजली बनानी थी। लेकिन बिजली तो कुछ बनी नहीं लेकिन कंपनी को 54 करोड़ रुपये की पेमेंट कर दी गई। इसलिए इस मामले में जेबीएम कम्पनी को दिए ठेके को रद्द किया जाना चाहिए, भुगतान की गई पेमेंट वसूल करने व घोटाले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए। पूर्व मंत्री कविता जैन के कार्यकाल में घर-घर से कूड़ा उठाने व कूड़े से बिजली बनाने के इस प्रोजैक्ट का ठेका 22 वर्ष की लम्बी अवधि के लिए करीब ढाई वर्ष पहले दिया गया था। सोनीपत कलस्टर में शामिल नगर निगम सोनीपत, नगर निगम पानीपत, नगरपालिका समालखा व गन्नौर क्षेत्र में कुल 54.82 करोड़ रूपये की पेमेंट जय भारत मारूति कम्पनी (जेबीएम) को कुल 5,48,251 टन कूड़ा उठाने के बदले की जा चुकी है।
नगर निगम सोनीपत ने 1,38,678 टन कूड़ा उठाने की पेमेंट 13,86,78,273/- रूपये, नगर निगम पानीपत ने 3,64,673 टन कूड़ा उठाने की पेमेंट 36,46,72,864 रूपये, वहीं नगर पालिका गन्नौर ने 24,210 टन कूड़ा उठाने की पेमेंट 2,37,95,252 रूपये व नगर पालिका समालखा ने 20,690 टन कूड़ा उठाने की 2,11,26,141 रूपये पेमेंट की है
पी पी कपूर का आरोप है कि इस मामले में बहुत ही बड़े स्तर पर भ्र्ष्टाचार हुआ है। जितना कुड़ा बताया जा रहा है। उसमें भी बड़ी हेराफेरी है। लिहाजा मामला सीबीआई को जाना चाहिए।