
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के पूजन में ना सिर्फ शामिल होंगे। बल्कि वो मंदिर के निर्माण में चांदी की ईट नींव के लिए रखेंगे इसका वजन लगभग 40 किलो बताया जा रहा है। 5 ईंट रखी जायेगी जो 5 नक्षत्रो का प्रतीक होगी। मंदिर शिलान्यास में प्रधानमंत्री के आने की सहमति के बाद अचानक तीर्थ क्षेत्र की गतिविधियों में तेज़ी आ गई। मंदिर ट्रस्ट ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा इस कार्यक्रम में 50 और अतिविशिष्ठ लोग रहेंगे।
कोरोना को लेकर केंद्र सरकार की गाइडलाइंस का ध्यान रखते हुए इस कार्यक्रम में 50 से ज्य़ादा लोग सम्मिलित नहीं होगे। भूमि पूजन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार भी शामिल होंगे। इसके साथ ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार और साध्वी ऋतंबरा भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इनमें ज्यादातर वहीं नेता हैं जोकि मंदिर आंदोलन में सक्रिय रहे थे। इससे पहले ही प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने पर सहमित आ गई थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने भी कार्यक्रम को लेकर एक बैठक भी की।
भूमिपूजन के कार्यक्रम को लोगों के लिए सीमित रखा गया है। लेकिन लोग इस कार्यक्रम को टीवी के जरिए से देख सकें। इसके लिए पूरे इंतज़ाम किए हुए हैं। ट्रस्ट ने कहा कि, अयोध्या में बड़ी-बड़ी टीवी स्क्रीन लगाए जाएंगे, ताकि श्रद्धालु कार्यक्रम देख सकें। तीन दिवसीय वैदिक अनुष्ठान समारोह की शुरुआत 3 अगस्त को होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भाजपा के वैचारिक समारोह में वरिष्ठों के साथ भूमि पूजन समारोह में शामिल होंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ 35 साल पुराना गठबंधन तोड़ दिया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद ठाकरे अयोध्या आए थे। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, “शिवसेना ने राम मंदिर निर्माण की राह की बाधाओं को दूर कर दिया है। अयोध्या आने के लिए किसी निमंत्रण की जरूरत नहीं है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास महाराज ने बताया कि 1989 में लोगों ने एक ईंट और सवा रुपए का दान किए थे। इसके साथ ही अनेक लोगों ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार भगवान के चरणों में सहायता सहयोग राशि समर्पित की थी। हम भी न्यास के अध्यक्ष रहे और अब वर्तमान में श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के भी अध्यक्ष हैं। इस कारण हमारा सर्वप्रथम दायित्व बनता है कि हम भी इस महायज्ञ में अपनी समिधा का समर्पण करें। उन्होंने कहा कि यह शिला 5 अगस्त को पीएम मोदी जी के हाथों से श्रीराम जन्मभूमि पर भूमि पूजन के दौरान स्थापित की जाएगी।