
पीएम मोदी बोले बच्चों को जड़ों से जोड़े रखेगी और ग्लोबल सिटीजन भी बनाएगी नई शिक्षा नीति
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा कि नई शिक्षा नीति में रिसर्च पर जोर दिया गया है जितना रिसर्च पड़ेगा उससे देश को ताकत मिलेगी। मैंने कहा, हम तीन दशक बाद नई शिक्षा नीति देने में कामयाब हुए है।
मोदी ने कहा, क्या पता था गांव में भी ऑनलाइन क्लासेस का इतना माहौल बन जाएगा, ऑनलाइन क्लासेज एक तरह से कल्चर बन गया है।
उन्होंने कहा, नई शिक्षा नीति का उद्देश्य हमारे बच्चों को उनकी जड़ों से जोड़े रखकर उनमें ग्लोबल सिटीजन (वैश्विक नागरिक) बनने की क्षमता पैदा करेगी। नई शिक्षा नीति उन्हें वैश्विक सिटीजन बनने की सामर्थ्य देगी। उन्होंने कहा कि देश के आगे बढ़ने में इनोवेशन व रिसर्च बेहद जरूरी है इसलिए नई शिक्षा नीति में नेशनल रिसर्च फाउंडेशन का प्रावधान किया गया है। इससे कंपीटीविव वर्ल्ड में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। कोरोना काल में गांव में ऑनलाइन कक्षाओं को भी बल मिला है।
सीमावर्ती इलाकों के युवाओं को एनसीसी में शामिल होकर स्किल सीखने का मौका मिलेगा
पीएम मोदी ने ऐलान किया कि अब नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) का विस्तार देश के सीमाई इलाकों में भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब एनसीसी का विस्तार देश के 173 सीमाई और तटीय जिलों तक सुनिश्चित किया जाएगा। ये जिले किसी न किसी देश की सीमा से जुड़े हुए हैं। इस अभियान के तहत करीब 1 लाख नए एनसीसी कैडेट्स को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें भी करीब एक तिहाई बेटियों को ये स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में एक लाख नए एनसीसी के कैडेट तैयार किए जाएंगे। बॉर्डर एरिया के कैडेट को इंडियन आर्मी ट्रेनिंग देगी। तटीय क्षेत्रों के कैडेट्स को इंडियन नेवी ट्रेनिंग देगी और एयरबेस एरिया के कैडेट को एयर फोर्स ट्रेनिंग देगी। इससे सीमाई और तटीय इलाकों को आपदा से निपटने के लिए ट्रेंड मैनपावर मिलेगी। युवाओं को सशस्त्र सेनाओं में करियर बनाने के लिए जरूरी स्किल भी मिलेगी।