
सरकार ने शुरू किया पूछना
पेरेंट्स से पूछे तीन सवाल
अगस्त, सितंबर, अक्टूबर का दिया विकल्प
नई दिल्ली।
भारत में कोरोना वायरस के बेकाबू होने की वजह से सबसे ज्यादा असर स्कूल और कॉलेजों पर पढ़ रहा है। छात्रों की पढ़ाई का इस वजह से काफी नुकसान हो रहा है।
वैसे तो सरकार वर्ष 2020 में स्कूल दोबारा खोलने को लेकर अनिश्चित है, लेकिन उसने इस बारे में विभिन्न घटक दलों से बात करने का मन भी बनाया है।
मोदी सरकार का मानना है कि स्कूलों को खोलने का फैसला बिना अभिभावक की सहमति के नहीं लिया जा सकता, लिहाजा सरकार अब इस मुद्दे पर सीधे अभिभावकों से राय लेने की तैयारी कर रही है।
सरकार अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में स्कूल खोलने के बारे में सोच रही है, लेकिन वह कोई भी अंतिम फैसला बिना अभिभावक की सहमति से नहीं लेना चाहती। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों को कहा है कि वह अभिभावकों से सुझाव मांगे और एक रिपोर्ट बनाकर उन्हें भेजें।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिव और शिक्षा सचिव को इस बारे में चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में कहा गया है कि वह 20 जुलाई यानी सोमवार से पेरेंट्स से सुझाव लेने की प्रक्रिया को शुरू करें । राज्यों को अलग-अलग माध्यमों से अभिभावकों से तीन सवालों के जवाब मांगने होंगे।
पहला सवाल
क्या अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में स्कूल खोले जाएं?
दूसरा सवाल
अगर हां तो किस महीने में अभिभावकों को सुविधा होगी?
तीसरा सवाल
वह स्कूलों से किस तरह की उम्मीद रखते हैं।
इसके अलावा इस अभिभावकों से कोई अन्य सुझाव के बारे में भी पूछा जाएगा।
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