
कभी राममंदिर का विरोध करने वाले और बाबरी मस्जिद को लेकर हर कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाने वाले इकबाल अंसारी, राम मंदिर के भूमिपूजन में शामिल होंगे। रामजन्मभूमि ट्रस्ट के न्यौते को स्वीकार करते हुए इकबाल अंसारी ने कहा कि मैं श्रीराम चरित मानस प्रधानमंत्री को भेंट करूंगा।
उन्होंने कहा कि ये अयोध्या है यहां हिंदु-मुसलमान जैसा कुछ नहीं होना चाहिए। रामचरितमानस एक पवित्र ग्रंथ है। इसलिए मैं इस ग्रंथ को प्रधानमंत्री को भेंट करना चाहूंगा। कोर्ट के फैसले के बाद अब इस मसले पर कोई भी बात नहीं होनी चाहिए। कोर्ट के फैसले का सभी मुसलमानों ने स्वीकार किया। आज प्रधानमंत्री जी आ रहे हैं। हम भी जाएंगे। मैं अयोध्या या पूरे हिन्दुस्तान में हिंदु मुसलमान देखना नहीं चाहता। लोगों को आपस में नहीं लड़ना चाहिए।
राममंदिर के भूमिपूजन में राम मंदिर ट्रस्ट ने बेहद चुने हुए लोगों को बुलाया है। ऐसे में जबकि बीजेपी के राममंदिर के सबसे बड़े चेहरे लाल कृष्ण आडवाणी इस भूमिपूजन में शामिल नहीं हो रहे हैं तो ऐसे में इकबाल अंसारी का इस समारोह में शामिल होना एक बड़ा संदेश देता है।