
क्या चाइना से पैसे लेकर कांग्रेस मोदी सरकार को हिलाना चाहती थी। क्या अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के भारत आने और उसी वक्त दंगों का होना भी क्या विदेशी फंडिंग का ही कारनामा था। ये सारे सवाल हैं। जिनकी जांच अब सरकार बड़े स्तर पर करने जा रही है। मोदी सरकार ने एक कमेटी बनाई है, जो जांच करेगी कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन ने फंड क्यों दिए। उन फंड्स का क्या इस्तेमाल कांग्रेस ने किया है। क्या फंड्स के लेन देन में जो प्रक्रिया अपनाई गई है कहीं वो किसी कानून का उलंघघन तो नहीं है। बड़ी बात ये है कि इस फंड के मिलने के बाद ही कांग्रेस ने चीन को लेकर सरकार से सवाल पूछने शुरू कर दिए थे। राहुल गांधी इस फंड के मिलने से पहले चीन के दौरे पर भी गए थे। कांग्रेस और राहुल गांधी लगातार चीन को लेकर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहे और तो और राहुल गांधी ने सेना की शहादत पर भी सवाल खड़े करने की कोशिश की थी। ऐसे में अब ये सवाल लोगों के मन में उभर रहा है कि कहीं राहुल गांधी और कांग्रेस चीन से फंड लेकर तो काम नहीं कर रही है। उम्मीद है इन सारे सवालों का जवाब कमेटी और इंफोरसमेंट डायरेक्टरेट की जांच के बाद ही मिल जाएगा। कुनाण उपाध्याय, हिन्दु राष्ट्र