
सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है। जोकि भारतीय टीवी इंडस्ट्री को दोबारा से उठा सकता है। सरकार ने विदेशों से आयात होने वाले टेलिविजन सेट पर रोक लगा दी है। लंबे समय के बाद घरेलू टीवी बनाने वाली कंपनियों के लिए सरकार ने कोई कदम उठाया है। इससे पहले भारत में स्थानीय टीवी सेट बनाने वाली कंपनियां लगभग बंद हो गई थी, क्योंकि विदेशों से आयात होने वाले टीवी सेट ने भारतीय बाज़ार पर कब्जा कर लिया था।
डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड ने अपने एक नोटिफिकेशन जारी किया। इसमें लिखा हुआ है कि टीवी चैनल के आयात की पॉलिसी में कुछ बदलाव किया गया है। अब ये फ्री की बजाए रिस्ट्रिक्टेड लिस्ट में डाल दिया गया है। इससे देश में टीवी सेट बनाने वाली कंपनियों को बढ़ावा मिलेगा। अभी तक कोई भी व्यक्ति किसी भी देश से टीवी सेट आयात कर सकता था। लेकिन इस नोटिफिकेशन के बाद अब टीवी सेट आयात करने के लिए सरकार से लाइसेंस लेना पड़ेगा। इससे पहले भारत में टीवी सेट बनाने वाली काफी कंपनियां थी। बीपीएल, ओनिडा, वेस्टर्न आदि कई सारी कपनियां भारत में टीवी सेट बनाया करती थी। लेकिन आयात खुलने के बाद से धीरे धीरे ये कंपनियां या तो बंद हो गई या फिर बहुत ही सीमित हो गई।
अभी भारत में पूरी दुनिया से टीवी सेट आयात होते हैं। ख़ासकर चीन से सबसे ज्य़ादा टीवी सेट आयात होते हैं। इसके बाद वियतनाम, थाइलैंड. मलेशिया और जर्मनी से भी बड़ी संख्या में टीवी सेट आयात होते हैं। भारत में बने टीवी सेट की कीमतें और विदेशों से आने वाले टीवी सेट की कीमतों और क्वालिटी में फर्क ख़ासा होता है। लिहाजा विदेशी टीवी सेट ही भारत में ज्यादा बिक रहा था। लेकिन अब टीवी आयात के लिए लाइसेंस लेने की शर्त के बाद विदेशों से टीवी आयात पर कुछ रोक लगेगी। इससे भारतीय कंपनियों को ख़ासा फायदा होने की उम्मीद है। हालांकि दूसरी ओर इससे टीवी सेट की कीमतें बढ़ने की आशंका भी है।