कार्मिकों केमानदेय से काटी जा रही है 47 प्रतिशत धनराशि
विज्ञप्ति के अनुसारमानदेय न दिये जाने का आरोप कार्मिकों में आक्रोश
रूद्रप्रयाग -कोबिड़ में स्थाई तौर पर नियुक्त किये कर्मचारीयों को मानकों के अनुरूप जो शर्तें और जिन शर्तों के आधार पर नियुक्त किये गये थे उनकों उनका उतना मानदेय नहीं मिल पा रहा हैं इसी को ध्यान में रखते हुए रुद्रप्रयाग में कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। अप्रैल माह में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से निपटने के लिए कान्टेक्ट बेस पर नियुक्त किये गये मेडिकल स्टाॅफ अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले गये है। हड़ताली कर्मचारियों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग ने उनके साथ धोखा किया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार उन्हें तय मानदेय नहीं मिल रहा है और 47 प्रतिशत काटकर उन्हें मानदेय का भुगतान किया जा रहा हैए जिससे कार्मिकों में खासा रोष बना हुआ है।
कर्मचारियों ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य विभाग ने जैड सिक्योरिटी के माध्यम से आइसोलेशन वार्ड कोटेश्वर में अप्रैल माह में 19 कार्मिकों की नियुक्ति की थी। जिसमें एनएचएम के आधार पर कार्मिकों को वेतन देने का जिक्र किया गया थाए लेकिन जैड सिक्योरिटी कंपनी की ओर से वेतन में 47 प्रतिशत की कटौती के बाद उन्हें भुगतान किया जा रहा है। जिसका नियुक्ति के समय कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है। कहा कि कंपनी की ओर से इतना कम वेतन देना कार्मिकों का मानसिक उत्पीड़न है। जिससे इस न्यून वेतन में हम अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर सकते है। कहा कि सभी कार्मिकों ने कोरोना योद्धाओं के रूप में अपनी कार्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से रातदिन एक करके किया है। जिससे जनपद दो बार कोरोना मुक्त हुआ है। कहा कि यदि शीघ्र उनकी वेतन विसंगति मांग पर कोई कार्रवाई नहीं होती हैए तो सभी कार्मिकों ने आइसोलेशन वार्ड में सेवाएं देने में असमर्थता जताई है।
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