
राजस्थान की कांग्रेस सरकार के बुरे दिन शुरू अगले 6 महीने में फिर झटका देने का टारगे
भाजपा का ऑपरेशन लोटस तेज, चैन से रहने नहीं देगी पार्टी
राजस्थान की कांग्रेस सरकार के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। कोर्ट कचहरी और विधायकों की बाढ़ बंदी के चक्कर में गहलोत सरकार जुटी हुई है, जबकि विपक्ष में बैठी भाजपा अगले 6 महीने में सरकार को पटरी से उतार कर सत्ता में दोबारा काबिज होने के प्लान पर काम कर रही है। भाजपा की कोशिश है कि जितने दिन भी गहलोत सरकार सत्ता में रहे या फिर कार्यकाल पूरा भी कर लें उसे परेशान करके रखना है और सरकार ढंग से चलाने नहीं देना है।
भाजपा अभी अपनी स्थिति को दोनों हाथों में लड्डू जैसी मान रही है उसके नेताओं का कहना है कि सचिन पायलट उस के खेमे में आए या नहीं लेकिन गहलोत सरकार को हिलाकर रखने का उसका सपना पूरा हो गया है।
भाजपा का यह है गेम
राजस्थान में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले की वजह से लोग परेशान हैं, व्यापार धंधा भी चौपट है और कानून व्यवस्था खराब होने के मामले भी बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पूरा दिन जोड़-तोड़ की सियासत और सरकार बचाने में गुजर रहा है जबकि विधायक जयपुर के फेयर माउंट होटल में पिछले कई दिनों से ठहरे हुए हैं, उनके विधानसभा क्षेत्रों में कामकाज प्रभावित हो रहा है।
वहीं सरकार के लगभग सभी कैबिनेट मंत्री भी होटल में बैठकर सरकार चला रहे हैं लेकिन जमीन पर चीजें अस्त-व्यस्त हो रही हैं। ऐसे में भाजपा की पूरी कोशिश है कि जनता का भरोसा भी गहलोत सरकार से छीन लिया जाए ताकि उसके कुछ विधायकों को अगर इस्तीफा दिलवाने की भी नौबत आए तो वह फिर से विधानसभा चुनाव जीतकर वापस आ सके और भाजपा को सरकार बनाने में मदद कर सके।
विधायकों की संख्या बल के मामले में गहलोत सरकार को हालांकि फिलहाल तो कोई खतरा नहीं है। निर्दलीय विधायकों समेत उसके पास पर्याप्त विधायकों की संख्या है, लेकिन यह विधायक कब तक गहलोत सरकार के साथ हैं यह कहना मुश्किल है, क्योंकि विधायकों को तोड़ने का ऑपरेशन लगातार जारी है।
दरअसल, राजस्थान की गहलोत सरकार ही दिल्ली में बैठे भाजपा के शीर्ष नेतृत्व आंखों की किरकिरी बने हुए थे। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार हटाने के समय से ही राजस्थान की गहलोत सरकार को हिलाने की कोशिश चल रही थी। सचिन पायलट को हथियार बनाकर गहलोत के खिलाफ इस्तेमाल करने की कोशिश जारी थी। गहलोत ने हालांकि कांग्रेस हाईकमान को भरोसा दिलाया है कि वह अपनी सरकार बचा लेंगे लेकिन अब उनको भी लगने लगा है की आने वाले दिनों में उनके लिए मुश्किलें और बढ़ सकती हैं इसलिए उन्होंने अभी से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छुट्टी लेकर कहा है कि भाजपा उनकी सरकार गिराने में जुटी हुई है। गहलोत की यह कोशिश है कि वह पहले से ही शोर मचा कर भाजपा को बदनाम करने की कोशिश करें ताकि वह अपना ऑपरेशन रोक सके लेकिन भाजपा के नेता ऐसा करते नहीं दिखाई दे रहे हैं राजस्थान भाजपा के विधायक दल के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा है की वह मौका देखकर ही वार करेंगे। अभी वह गहलोत और पायलट की लड़ाई को देख रहे है कि यह जंग कितनी आगे तक जाती है।
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धीरज