
राममंदिर के समर्थन को लेकर कांग्रेस दो फाड़
केरल इकाई नाराज, सहयोगी मुस्लिम लीग ने समर्थन वापसी की धमकी दी
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी का राम मंदिर भूमि पूजन के लिए समर्थन को लेकर पार्टी में बवाल मच गया है। कांग्रेस की केरल इकाई में इसे लेकर काफी रोष देखा जा रहा है
केरल के त्रिशूर के कांग्रेस लोकसभा सांसद टी एन प्रतापन ने कहा कि मंदिर के लिए शीर्ष नेतृत्व का समर्थन ”सिर्फ अस्थाई सफलता के लिए सिर झुकाना जैसा है”।
प्रतापन ने कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में कहा, “हम अपने आदर्श के साथ एक कट्टर धार्मिक राष्ट्रवाद का पीछा नहीं कर सकते।” कांग्रेस सांसद ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित कई कांग्रेस नेताओं के बयान पर एतराज जताया है।
नाथ और सिंह दोनों ने राम मंदिर निर्माण का जोरदार समर्थन किया था, साथ ही नाथ ने घोषणा की कि मध्य प्रदेश कांग्रेस मंदिर निर्माण के लिए 11 चांदी की ईंटें भेज रही है। सिंह ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी चाहते थे कि मंदिर का निर्माण हो।
सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में कांग्रेस सांसद ने इस मुद्दे पर कांग्रेस के रुख पर सवाल उठाया और कहा कि नरम राष्ट्रवाद कट्टर धार्मिक राष्ट्रवाद का पीछा नहीं कर सकता है।
प्रियंका गांधी का किया समर्थन
हालाँकि प्रतापन ने प्रियंका गांधी का समर्थन किया है उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी की स्थिति समझी जा सकती है, क्योंकि उन्होंने मंदिर के नाम पर सब को एकजुट होने की उम्मीद की है। केरल सांसद ने कहा , ” हालांकि हम निश्चित रूप से जानते हैं कि इस तरह की एकता तब तक नहीं होगी जब तक संघ परिवार के पास ताकत रहेगी।”
“फिर भी, उत्तर भारत, खासकर उत्तर प्रदेश में राजनीति की जमीनी वास्तविकताओं पर विचार करके, प्रियंका जी ने अपने बयान में चिंता और गरिमा बनाए रखी है।” दरअसल राम जन्म भूमि पूजन को लेकर कांग्रेस के नेताओं ने जिस तरीके से इसका समर्थन किया है केरल कांग्रेस में इसे लेकर बवाल मचा हुआ है क्योंकि उसके सहयोगी दल मुस्लिम लीग ने इस मुद्दे पर गठबंधन तोड़ने की धमकी दी है।
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