
राम सेतू के दुनियाभर में चर्चा के बाद अब श्रीलंका सरकार रावण के वायुमार्ग की खोज़ कर रही है। श्रीलंका सरकार ने आम जनता और रिसर्चर से इस बारे में जो भी दस्तावेज उपलब्ध हैं। उनको सरकार को देने की अपील की है। ताकि रावण किस वायुमार्ग का इस्तेमाल करता था। इसका पता लगाया जा सके।
श्रीलंका सरकार की एविशन मंत्रालय ने अख़बार में विज्ञापन दिया है। इस विज्ञापन में कहा गया है कि देश में रावण का वायुमार्ग पता लगाने की कोशिश हो रही है। लिहाजा जिन लोगों के पास इससे संबंधित कोई भी दस्तावेज या साहित्य हो, तो वे इसको सरकार को भेजे। साथ में सरकार ने इन लोगों के फोन नंबर और ईमेल आईडी भी मांगे हैं। ताकि इन लोगों से आगे की पूछताछ भी की जा सके।
श्रीलंका में रावण को लेकर बहुत सारी पौराणिक कहानियां अलग अलग जगहों पर मिलती है। लेकिन इनको अभी तक किसी भी दस्तावेज को तौर पर नहीं लिखा गया है। सरकार अब इन सब कथाओं को एक साथ प्रमाणिकता के साथ रखना चाहती है। लिहाजा वो इस तरह की कोशिशें कर रही हैं।
दरअसल रामसेतु और कई और पौराणिक जगहों के मिलने के बाद श्रीलंका में भारत और दुनियाभर से धार्मिक पर्यटन काफी बढ़ गया है। इसको देखते हुए अब श्रीलंका रावण के श्रीलंका के होने पर और रिसर्च कर रही है। इसी रिसर्च का हिस्सा ये वायुमार्ग की खोज़ भी है।