harendra negi
रूद्रप्रयाग (RudraPrayag ) चमोली (Chamoli), टिहरी (Tihri), रूद्र्रप्रयाग,जनपदों केा जोड़ने वाला अलकनंदा के उपर बना मोटर पुल जर्जर अवस्था में है। विभाग ने जर्जर पुल पर एक सावधान का बोल्ड टांग कर अपना पल्ला झाड दिया हैं इसके सुधारीकरण के लिए क्या उपाय होने चाहियें कैसे इससे समय पर ठीक किया जाए इसके लिए विभाग शासन में प्रस्ताव भेजने की बात कह रहा है। अगर समय पर पुल की मरम्मत या दूसरा पुल नहीं बना तो कभी बड़ा हादसा होने में देर नहीं लगेगी।
रूद्रप्रयाग अलकनंदा नदी पर बना मोेटर पुल 1960 के दशक में बना था जो आज NH के पास हैं पहले ये लोकनिर्माण केे पास था फिर BRO के पास गया अब एनएच रूद्रप्रयाग गौरीकुण्ड 109 के पास हैं एनएच ने एक बोल्ड लगा दिया हैं जिसमें सावधान एक समय में एक ही गाड़ी इस पुल से गुजरेगी लेकिन जब पुल से एक साथ दर्जनों गाड़ीयां गुजरती हैं तब लगता है। कि कब क्या हो जाये कुछ नहीं कहा जा सकता। पहले रात दिन सुरक्षा की दृष्टि से दोनों ओर सुरक्षा गार्ड रहती थी तब याता यात कम था अब याता यात ज्यादा हैं लेकिन सुरक्षा गार्ड हटा दी गयी है।
1960 के दशक में इनता टै्ृफिक भी नहीं रहा होगा लेकिन आज के हालत में बद्रीनाथ केदारनाथ टिहरी चमोली रू्रदप्रयाग को जोड़ने वाला यह मात्र पुल हैं कब हादसा हो जाय कुछ नहीं कहा जा सकता हैं लेाकनिर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता का कहना है कि जिस प्रकार से लगातार बाहनो की सख्या और आवाजाही बढ रही है उससे देखकर तो इस स्थान पर दूसरा पुल समय पर बनाना चाहिये ंजिससे याता यात की दिक्कतें न हो।