
कोरोना वायरस ऐसी महामारी है, जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी बीवी मेलैन्या ट्रंप तक को नहीं छोड़ा। इससे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और ब्राजील के राष्ट्रपति चेयर बॉय सोना रो भी इसके शिकार हो चुके हैं। सिर्फ दुनिया के बड़े देशों के नहीं बल्कि भारत के बड़े राजनेता भी इससे बच नहीं पाए हैं। कइयों की तो मौत तक हो गई है।
आइए जानते हैं देश के 10 टॉप राजनेताओ को वायरस ने अपना शिकार कैसे बनाया।
गृह मंत्री अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह 2 अगस्त को कोविड पॉजिटिव हुए थे और गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराए गए थे।
55 साल के शाह ने ट्वीट किया था, मैं स्वस्थ हूं लेकिन डॉक्टरों की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं।
14 अगस्त को अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे लेकिन 3 दिन बाद फिर अस्पताल में उन्हें भर्ती होना पड़ा, इस बार वह एम्स में भर्ती हुए उन्हें मधुमेह की बीमारी भी है और सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। वह 30 अगस्त को अस्पताल से डिस्चार्ज हुए।
12 सितंबर को वह तीसरी बार अस्पताल में भर्ती हुए। कोरोना वायरस के बाद आराम के लिए पर वह अस्पताल में भर्ती हुए और 5 दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई
प्रणब मुखर्जी
84 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को 31 अगस्त को जिनकी मृत्यु हुई वह आर्मी रिसर्च एंड रिफेरल हॉस्पिटल दिल्ली में भर्ती हुए। दिमाग में ब्लड क्लोट को हटाने के दौरान उन्हें अस्पताल में कोरोना वायरस हो गया। उनकी सेप्टिक शॉक की वजह से मृत्यु हो गई।
वैंकैया नायडू
उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू 29 सितंबर को कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए, राज्यसभा सचिवालय के मुताबिक उन्हें वायरस के कोई लक्षण नहीं है और स्वास्थ्य भी अच्छा है।
सुरेश अंगड़ी
रेल राज्य मंत्री और कर्नाटक से भाजपा सांसद
सुरेश अंगड़ी की मृत्यु 23 सितंबर को हुई थी वह कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। 65 साल के अगड़ी 11 सितंबर को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हुए थे और इसकी जानकारी उन्होंने उसी दिन दी थी। वह एकमात्र केंद्रीय मंत्री है जिनकी कोरोना वायरस से मृत्यु हुई है।
सत्येंद्र जैन
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और आम आदमी पार्टी के नेता 17 जून को पॉजिटिव पाए गए थे। उनको बहुत ज्यादा बुखार था कुछ दिन के बाद उनकी हालत बिगड़ गई थी और उन्हें मैक्स अस्पताल के इंटेंसिव केयर यूनिट में भर्ती कराया गया था उन्हें प्लाजमा थेरेपी दी गई थी जिसके बाद उनकी सेहत में सुधार आया था।
55 साल के जैन की रिपोर्ट नेगेटिव 26 जून को आई।
नितिन गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी 16 सितंबर को टेस्ट पॉजिटिव हुए थे। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि उन्हें कमजोरी महसूस हो रही थी और डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने टेस्ट करवाया जो पॉजिटिव आया।
संसद सत्र में भाग लेने के 2 दिन बाद गडकरी टेस्ट पॉजिटिव 5 गए थे वह सबसे आगे की सीट में कुछ समय के लिए बैठे थे। सरकार ने इसके बाद लोकसभा का सत्र के दिन घटाने का फैसला लिया था क्योंकि 23 सितंबर को राज्यसभा सचिवालय के भी 1500 कर्मचारियों में से 43 टेस्ट पॉजिटिव पाए गए थे। उसी दिन सत्रावसान करना पड़ा।
एच बसंत कुमार
कांग्रेस के सांसद एच वसंतकुमार 70 साल के थे उन्हें 17 अगस्त को वायरस हुआ था और 28 अगस्त को उनकी मृत्यु हो गई थी कोविड-19 की वजह से उन्हें दिक्कतें आई थी।
शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 25 जुलाई को वह भी पॉजिटिव पाए गए थे वह 11 दिन अस्पताल में रहे और उसके बाद उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई और अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
अहमद पटेल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल बीते गुरुवार को ही टेस्ट पॉजिटिव हुए हैं। उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी और उनके संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट होने के लिए कहा।
पटेल अभी अपने घर पर आइसोलेट है, इससे पहले कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और तरुण गोगोई भी टेस्ट पॉजिटिव हुए थे।
मनीष सिसोदिया
दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया 14 सितंबर को टेस्ट पॉजिटिव हुए थे। वह होम आइसोलेशन में गए थे। उसके बाद लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में 23 सितंबर को भर्ती कराया गया था। इसके बाद मैक्स अस्पताल में शिफ्ट हुए थे। कोरोना के साथ-साथ उन्हें डेंगू पॉजिटिव पाया गया था इसके बाद उन्होंने प्लाजमा थेरेपी करवाई और बीते बुधवार को रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी मिल गई।
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