
सुशांत राजपूत की मौत ने शरद पवार बनाम अजीत पवार की दरार को गहरा दिया
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार के परिवार में एक बार फिर अनबन की खबरें सामने आ रही है। इस बार सत्ता को लेकर नहीं बल्कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले को लेकर पवार परिवार में खलबली मच गई है। दरअसल शरद पवार ने अपने नाती और भतीजे अजीत पवार के बेटे पार्थ पवार को बच्चा, अपरिपक्व और अनुभवहीन कह डाला, जिसके बाद अजित पवार का पारा गर्म हो गया।
खबरें हैं कि राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने मामला शांत करने के लिए अजीत पवार सचिवालय में उनसे भेंट की। पंद्रह मिनट तक चली मुलाकात के बाद सुले ने कहा कि मैं दादा (अजीत पवार इसी नाम से लोकप्रिय हैं) से अपने लोकसभा क्षेत्र में कार्य के सिलसिले में मिली। वहीं पार्थ पवार ने भी वीरवार को अजीत पवार से मुंबई स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी।
दरअसल शरद पवार ने बुधवार को कहा था कि वह राजपूत की मौत की सीबीआई जांच कराने की पार्थ पवार की मांग को ‘बिल्कुल महत्व नहीं’ देते हैं। उन्होंने अपने पोते को ‘अपरिपक्व भी बताया था। राकांपा प्रमुख ने यह भी कहा कि उन्हें मुम्बई पुलिस पर पूरा विश्वास है लेकिन यदि कोई अब भी चाहता है कि केंद्रीय एजेंसी इस मामले की जांच करे तो वह उसका विरोध नहीं करेंगे। इस बयान के कुछ ही घंटे बाद अजीत पवार ने अपने चाचा शरद पवार से उनके निवास पर जाकर भेंट की थी।
पार्थ ने 2019 लोकसभा चुनाव में राकांपा के टिकट पर मावल सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन शिवसेना के श्रीरंग बारने से हार गए थे। उल्लेखनीय है कि 34 वर्षीय सुशांत सिंह 14 जून को उपनगर बांद्रा स्थित अपार्टमेंट में फंदे से लटके हुए मिले थे। पार्थ 27 जुलाई को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख से मिले थे और मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी।
राम जन्म भूमि के समय भी पार्थ ने शरद पवार के उलट दिया था बयान
इससे पहले भी पार्थ शरद पवार के स्टैंड के उलट बयान दे चुके हैं। 5 अगस्त को अयोध्या में राम जन्मभूमि भूमि पूजन को लेकर पार्थ ने स्वागत किया था और उसका समर्थन किया था, जबकि शरद पवार ने कोरोना वायरस के दौर में भूमि पूजन को गैरजरूरी बताया था और कहा था कि कोरोना खत्म होने के बाद ही भूमि पूजन किया जाना चाहिए।