
राज्यसभा के अंदर रविवार को कृषि संबंधी 3 विधेयकों के पारित होने के दौरान हुई जबरदस्त धक्का-मुक्की और हाथापाई के लिए विपक्षी दलों के 8 सांसदों को निलंबित किया गया है।
इनमें तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, कांग्रेस के रिपुण बोरा, कांग्रेस के राजीव सातव, तृणमूल कांग्रेस की डोला सिंह माकपा के के राघेश, नाजिर हुसैन शामिल हैं।
हालांकि राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के विधेयक को बिना वोटिंग के पास कराने के फैसले में संशोधन को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
रविवार को विपक्षी सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया था उनका आरोप है कि उपसभापति हरिवंश ने विधायकों को ध्वनि मत से पारित करवा दिया, जबकि विपक्ष ने वोटिंग की मांग की थी। हरिवंश अगर वोटिंग करा कर विधेयक पास करवाते तो शायद इतना बड़ा हंगामा खड़ा नहीं होता।
याद रहे कि यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान भी ऐसा ही वाकया सामने आया था, जब उस समय सभापति हामिद अंसारी ने आनन-फानन में लोकपाल बिल आधी रात 12:00 बजे पास करवा लिया था, जबकि हरिवंश ने तो दिन के उजाले में ही बिना वोटिंग के ध्वनि मत से बिल पास करवा लिया।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को अगर मार्शल नहीं रोकते तो वह जाने क्या करते।
संजय सिंह और सदन में सुरक्षाकर्मी यानी मार्शल के साथ हाथापाई के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं तृणमूल कांग्रेस के कई सांसद और खुद संजय सिंह भी पीठासीन अधिकारियों की टेबल पर चढ़कर हाय हाय के नारे लगाकर तालियां ठोक रहे हैं।
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