
रविवार को राज्यसभा में धक्का-मुक्की और टेबल पर डांस करने व उपसभापति का माइक तोड़ने जैसे आरोपों को लेकर सस्पेंड हुए 8 सांसद रात भर संसद भवन के बाहर गांधी मूर्ति के सामने धरने पर रहे। यह सांसद कल दोपहर में अपने खिलाफ की गई कार्यवाही को लेकर महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने बैठ गए थे। अब से अभी तक वह धरने पर ही बैठे हुए हैं।
गांधी मूर्ति के सामने सांसद चादर बिछाकर वही सो गए। कई सांसदों ने ट्विटर पर सुबह-सुबह की अपनी फोटो पोस्ट की है। वह नीचे घास पर चादर बिछाकर बैठे हुए हैं। इन सांसदों में डेरेक ओ ब्रायन, संजय सिंह, राजीव साटव, केके रागेश, रिपुन बोरा, डोला सेन और ए करीम को पूरे संत्र के लिए सस्पेंड किया गया है।
सभापति हिटलर : दिग्विजय सिंह
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने सोमवार को इन सांसदों को सस्पेंड कर दिया था। इन सांसदों का कहना है कि जब तक उनको न्याय नहीं मिलेगा वह अपना धरना खत्म नहीं करेंगे। वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सभापति वेंकैया नायडू की तुलना हिटलर से कर डाली है। इसको लेकर भी विवाद छिड़ सकता है।
माकपा टीएमसी साथ साथ
दिलचस्प बात यह है कि बंगाल में एक दूसरे के खिलाफ झंडा बुलंद करने वाले माकपा और तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसदों ने ना सिर्फ एक साथ धरना प्रदर्शन किया बल्कि पूरी रात भी साथ ही गुजारी।
आज क्या होगा?
समूचा विपक्ष आज भी राज्यसभा में हंगामा कर सकता है और सस्पेंड 8 सांसदों के खिलाफ कार्यवाही को वापस लेने की मांग कर सकता है। साथ ही उपसभापति हरिवंश के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग को लेकर भी विपक्ष फिर जोर दे सकता है। हालांकि सभापति ने सोमवार को नियमों का हवाला देते हुए अविश्वास प्रस्ताव की मांग को खारिज कर दिया था।
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