
हरेन्द्र नेगी
ट्रैकिंग करते हुये दल कल पहुंचेगा केदारनाथ
आपदा के समय चैमासी-केदारनाथ पैदल ट्रैक ने बचाई थी हजारों लोगों की जान
केदारनाथ पहुंचकर पुलिस महानिरीक्षक ने लिया सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा
16-17 जून 2013 की केदारनाथ आपदा के समय केदारनाथ-चैमासी पैदल ट्रैक काफी लाभदायक सिद्ध हुआ था। हजारों यात्री जान बचाने के लिये इस पैदल ट्रैक से सुरक्षित पहुंचे थे। पूर्व में भी इस पैदल ट्रैक से ट्रैकिंग की गई थी। केदारघाटी के गुप्तकाशी में केदारनाथ विधायक मनोज रावत आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग नवनीत सिंह भुल्लर आदि ने हरी झंडी दिखाकर पैदल ट्रैक को केदारनाथ धाम के लिये रवाना किया।
आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने कहा कि रोजगार की दिशा में यह सराहनीय कदम है। 2013 की आपदा ने काफी नुकसान हुआ था। यात्रियों को पैदल ट्रैकों का पता नहीं था। यदि यहां के पैदल ट्रैकों के बारे में जानकारी होती तो इसका लाभ मिलता और हजारों लोगों को बचाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पैदल टै्रकों पर यह कार्य होने चाहियेए जिससे सभी को इन पैदल ट्रैकों के बारे में जानकारी मिल सके।
केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण यहां के हजारों लोग बेरोजगार हुये हैं। इस पैदल ट्रैक पर रोजगार के अनेक अवसर हैं। रोजगार को तलाशते हुये इस पैदल ट्रैक को विकसित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। पूर्व में भी इस ट्रैक पर यात्रा करवायी गई थी। जो भी कमियां इस ट्रैक में मिलेंगीए उनको दूर किया जायेगा। इस संबंध में एक रिपोर्ट भी प्रदेश सरकार को सौंपी जायेगी। उन्होंने कहा कि केदारनाथ आपदा के समय सबसे लाभदायक वैकल्पिक मार्ग यही सिद्ध हुआ था। भविष्य में आपदा जैसी कोई स्थिति पैदा होती है तो बचाव के लिये इन पैदल ट्रैकों का सुचारू होना जरूरी है। यह मार्ग धा को आसानी से जोड़ता है। चैमासी से होते हुये खाम बुग्याल और हथनी को पार करते यह मार्ग सीधे भैरवनाथ मंदिर केदारनाथ में पहुंचता है। यहां मोनाल सहित अनेक पक्षी भी देखने को मिलते हैं।।