
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह एक ट्विट कर फंस गए हैं। राम मंदिर के भूमिपूजन पर उन्होंने दलित का मुद्दा उठाया कि मंदिर के भूमिपूजन में किसी दलित को नहीं बुलाया गया। लेकिन उनके इस ट्विट के थोड़ी देर बाद ही उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का ट्विट सामने आने लगा। जिसमें उन्होंने भूमिपूजन के पंडाल में फोटो खींचकर अपनी फोटो ट्विट की थी। इससे अब संजय सिंह को ट्विटर पर झूठा बोला जा रहा है। सुबह से ही ये ट्विट ट्रेंड कर रहा है।
दरअसल राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने एक ट्विट किया जिसमें उन्होंने लिखा था कि उन्हें एक दलित नेता ने फोन कर बताया है कि राष्ट्रपति दलित हैं, उन्हें नहीं बुलाया गया। उपमुख्यमंत्री मौर्या उन्हें भी नहीं बुलाया गया। ऐसा क्यों? भाजपा दलितों को मंदिर से बाहर क्यों रखना चाहती है ?
इसके बाद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का एक ट्विट सामने आया जोकि भूमिपूजन के दिन का है। इसमें केशव प्रसाद मौर्या ने पूजा पंडाल से एक ट्विट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि श्रीराम जन्मभूमि परिसर में आयोजित भूमि पूजन कार्यक्रम के भव्य पंडाल मे एतिहासिक दिन साक्षी बन रहा हूं। परम सौभाग्य एवं अद्भूद और अलौकिक आनंद की अनुभूति कर रहा हूं।
चूंकि केशव प्रसाद मौर्या यूपी में दलितों का चेहरा है। इसलिए संजय सिंह का झूठ पकड़ा गया और इसके बाद ही तो ट्विटर पर दोनों पोस्ट को एक साथ लगा कर लोगों ने संजय सिंह झूठा है ट्विट करना शुरू किया। थोड़ी देर में ही ये ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। कई लोगों ने लिखा कि आम आदमी पार्टी एक झूठी पार्टी है जोकि सिर्फ झूठ बोलती है। एक अन्य ने लिखा कि इस तरह के ट्विट कर आम आदमी पार्टी दलितों को भड़काना चाहती है। ये एक सोची समझी साजिश है।