ईडी के छापे के बाद कहां गई अर्पिता मुखर्जी की 4 कारें, कौन ले गया कारें, सीसीटीवी खंगाल रही हैं जांच एजेंसियां

ईडी के छापे के बाद कहां गई अर्पिता मुखर्जी की 4 कारें, कौन ले गया कारें, सीसीटीवी खंगाल रही हैं जांच एजेंसियां
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पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपी पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी की ईडी की छापेमारी के बाद चार कारें गायब बताई जा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अर्पिता की ये चार कारें उनके डायमंड सिटी परिसर से गायब बताई जा रही हैं। इनमें से दो कारें अर्पिता के नाम पर हैं। अर्पिता के डायमंड सिटी फ्लैट से गिरफ्तारी के बाद से ये कारें गायब बताई जा रही हैं। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज देखकर कारों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

डायमंड सिटी फ्लैट से गायब अर्पिता मुखर्जी की चार गाड़ियों में से दो गाड़ियां अर्पिता मुखर्जी के नाम हैं। इनमें होंडा सिटी और ऑडी शामिल हैं। इससे पहले गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लैट के बारे में पता चला था। यह फ्लैट कोलकाता एयरपोर्ट के पास चिनार पार्क में है। यहां रॉयल रेजिडेंट बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर फ्लैट नंबर 404 अर्पिता मुखर्जी के नाम है। इस बिल्डिंग के अकाउंटेंट के मुताबिक इस फ्लैट पर भी अर्पिता का मेंटिनेंस चार्ज के तौर पर काफी रुपये बकाया है। अर्पिता को कई बार मेल करने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला।

अर्पिता के घर से मिली विदेशी करेंसी

ईडी ने 23 जुलाई को पहली बार अर्पिता के फ्लैट पर छापा मारा था। इस दौरान ईडी को करीब 21 करोड़ रुपये कैश मिले थे। इतना ही नहीं ईडी ने अर्पिता के घर से 50 लाख रुपये के 20 मोबाइल और जूलरी भी बरामद की है। ईडी को अर्पिता के घर से करीब 60 लाख की विदेशी मुद्रा भी मिली थी। इसके बाद ईडी ने अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया।

डी के छापे के बाद कहां गई अर्पिता मुखर्जी की 4 कारें

उसके बाद ईडी से पूछताछ में अर्पिता मुखर्जी ने अपनी कुछ अन्य संपत्तियों का जिक्र किया था। इनमें से एक कोलकाता के बेलघरिया में एक फ्लैट भी था। ईडी दरवाजा तोड़कर इस फ्लैट में घुसी। ईडी को अर्पिता के घर से 27.9 करोड़ रुपये नकद मिले हैं। इसमें 2000 और 500 रुपये के नोटों के बंडल थे। बताया जा रहा है कि नोटों को 20-20 लाख और 50-50 लाख के बंडल में रखा गया था। अगर दोनों दिन की कार्रवाई के दौरान नकदी को मिलाया जाता है, तो यह लगभग 50 करोड़ (48.9 करोड़) हो जाता है।

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Deepak Upadhyay

Deepak Upadhyay, a RedInk awardee, has been into journalism for the past 20 years. He started practicing journalism from Amar Ujala Chandigarh. The founding editor of www.theekhabar.com and www.AyurvedIndian.com has been reporting on government policies for quite a long time.
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