
कल हमने आपको बताया था कि राहु-केतु ग्रह 23 सितंबर से अपनी-अपनी राशि बदल चुके हैं। जहां राहु मिथुन राशि से वृष राशि में आए हैं तो वहीं केतु ने धनु राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश किया है। ख़ास बात ये है कि दोनों ही ग्रह साथ-साथ राशि परिवर्तन करते हैं और दोनों की चाल भी उल्टी दिशा में होती है। दोनों ग्रह अब 18 माह तक इन्ही राशि में स्थित रहेंगे। राहु-केतु के इस बदलाव का प्रभाव सभी राशियों पर शुभ-अशुभ रूप में पड़ेगा। ज्योतिष में राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कई उपा हैं, लेकिन हम आपको अपनी राशि के अनुसार उपाय बता रहे हैं। आप ये उपाए अपनाएं और परेशानियों से बचें..
मेष राशि
रोज रात को किसी काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। यह उपाय आपको राहु-केतु की बुरी नजरों से दूर रखेगा।
वृष राशि
नित्य मछलियों को आटे की गोलियां खिलानी चाहिए। इस उपाय से आपके ऊपर राहु-केतु का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा।
मिथुन राशि
इन 18 महीनों में आपको भगवान गणेश की पूजा करना भी शुभ फलदायी माना जाता है।
कर्क राशि
राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए 11 नारियल बहते हुए पानी में बहाएं।
सिंह राशि
रोज़ गाय और कौवे को रोटी खिलाने से आपके ऊपर राहु-केतु के बुरे प्रभाव का असर नहीं होगा।
कन्या राशि
शनिवार के दिन शाम को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और नित्य पूजा के समय ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें।
तुला राशि
घर पर बड़े-बुजुर्गों की सेवा करें। साथ ही उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें। इस उपाय से आपके ऊपर राहु-केतु की शुभ दृष्टि बनी रहेगी।
वृश्चिक राशि
किसी भारी वस्तु से घर में 5 किलो अनाज दबाकर रखें। इस उपाय से राहु-केतु के अशुभ प्रभाव शून्य हो जाएंगे
धनु राशि
नित्य स्नान के बाद माथे पर चंदन का तिलक लगाकर गायत्री मंत्र का जाप करें। ये उपाय आपके लिए अच्छा फल लेकर आएगा।
मकर राशि
राहु केतु के बुरे प्रभाव से बचने के लिए पैर में काला धागा बांधें। साथ ही शनिवार के दिन काले कपड़ों का दान करें।
कुंभ राशि
प्रतिदिन राहु बीज मंत्र और केतु बीज मंत्र का जाप करने से आपके ऊपर दोनों ग्रहों की काली छाया नहीं पड़ेगी।
मीन राशि
राहु केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए इस अवधि में शिव जी की आराधना करें। साथ ही दो रंग के कुत्ते को रोटी खिलाएं।