
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक मुस्लिम इंटर कॉलेज से 11वीं के दो हिंदू छात्रों के नाम काट दिए हैं और प्रबंधन ने इस पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाया है। छात्र ने प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारत माता और वंदे मातरम बोलना मना है। कॉलेज परिसर में ही एक मस्जिद है। यहां रहीम के दोहे पढ़ने की जगह अकबर की कहानी पढ़ने पर जोर दिया जाता है। उधर, एक हिंदू छात्र ने कहा कि मेरे पास कोई जानकारी तक नहीं थी, उसके बावजूद नाम क्यों हटाया गया। वहीं, मैनेजर ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए दोनों छात्रों को निष्कासित करने के बाद टीसी जारी कर दिया है। छात्रों ने कक्षा में रामायण पढ़ी थी जिसके बाद उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया है।
मामला जिले के रौनाही थाना क्षेत्र का है। यहां स्थित फैज-ए-आम मुस्लिम इंटर कॉलेज में कक्षा 11 के छात्र सौरव यादव ने बताया कि वह एक मुस्लिम छात्र के साथ बैठे हुए रहीम के दोहे पढ़ रहा था, जब एक मुस्लिम छात्र ने आपत्ति जताई और रहीम के दोहे के बजाय कुरान पढ़ने के लिए कहा। इस बीच अन्य मुस्लिम छात्रों ने अकबर की कहानी पढ़ना शुरू कर दिया। जवाब में छात्र सौरव यादव ने रामचरितमानस और हनुमान चालीसा पढ़ने की बात कही। छात्र सौरव का आरोप है कि कॉलेज में भारत माता की जय, वंदे मातरम् तक नहीं बोला जाता है।
रामायण पढ़ने पर लगाया धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप
मामला बढ़ता देख कॉलेज प्रबंधन ने छात्र सौरव के साथ मिलकर कॉलेज से एक अन्य छात्र का नाम भी हटा दिया। दोनों छात्रों पर प्रबंधन द्वारा धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाया गया है। वहीं एक अन्य छात्र ने बताया कि मुझे इस मामले की जानकारी तक नहीं थी, लेकिन फिर भी मेरा नाम कॉलेज से हटा दिया गया है।
छात्रों का कहना है कि स्कूल में कुरान पढ़ने पर बनाया जाता है दबाव
उधर, मैनेजर मोहम्मद अख्तर सिद्दीकी ने दोनों छात्रों के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने छात्रों के आरोपों को बिल्कुल बेबुनियाद बताया है। उन्होंने इसे साजिश करार दिया। प्रबंधक का कहना है कि यह काम हमारे कॉलेज की गरिमा को गिराने के लिए किया जा रहा है। बदनाम किया जा रहा है। हालांकि, कॉलेज प्रबंधन ने दोनों हिंदू छात्रों को धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए कॉलेज से निष्कासित करने के बाद उन्हें स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) जारी किया है। कॉलेज से निकाले गए दोनों छात्र 11वीं के छात्र थे, जबकि हिंदू छात्रों का स्कूल से निष्कासन इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।