
कोरोना संक्रमण के कारण बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल भी पतले पड़े हैं। वास्तव में चुनाव प्रचार के तौर तरीकों में बड़ा बदलाव हुआ है। राजनीतिक दलों को आईटी एक्सपर्ट्स और कंपनियों की मदद लेनी पड़ रही है। इसमें पैसा और भारी संसाधनों की जरूरत पड़ रही है। लेकिन इस मामले में बीजेपी अन्य दलों से काफी आगे लग रही है।
दरअसल जब कोरोना लॉकडाउन के दौरान दूसरे दलों के अपने घरों में बैठकर कोरोनावायरस से बचने का काम कर रहा था, तो भाजपा केवल से ही वर्ग रैलियों की तैयारी कर रही थी। जब मई में मोदी सरकार के 1 साल पूरे हुए थे तब ही उसने वर्ग रैलियों की झड़ी लगा दी थी और इस क्षेत्र में काफी अनुभव बटोरा था, तब गांव गांव में बीजेपी ने स्क्रीन लगाने में कामयाबी पाया था।
अब भारतीय जनता पार्टी ने तो इसे लेकर बड़ा प्लान तैयार कर लिया है। बीजेपी बिहार के चुनावी कुरुक्षेत्र में 120 डिजिटल रथ उतारेगी
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव देवेंद्र कुमार ने बताया कि डिजिटल रथ यात्रा के माध्यम से वोटरों को लुभाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं पर ज्यादा फोकस रहेगा। ये डिजिटल रथ गांव-गांव पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत से लेकर अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देगा।
उन्होंने बताया कि 120 डिजिटल रथ तैयार किए गए हैं. आने वाले एक दो दिनों में लगभग 20 रथ को रवाना कर दिया जाएगा. इस रथ पर ‘जन जन की पुकार, आत्मनिर्भर बिहार’ लिखा होगा।
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