
BJP Dent in SP Yadav Vote Bank: समाजवादी नेता और मुलायम सिंह के लंबे समय से राजनीतिक मित्र रहे हरमोहन सिंह यादव की 10वीं पुण्यतिथि के मौके पर नजारा पूरी तरह बदल गया था। कानपुर के मेहरबान सिंह का पुरवा गांव में कभी हरमोहन यादव से जुड़े कार्यक्रमों में एसपी की भीड़ देखने को मिली थी, लेकिन आज इस आयोजन में बीजेपी के कद्दावर नेता शामिल थे। इतना ही नहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद इस कार्यक्रम को संबोधित किया। 18 अक्टूबर 1921 को पूर्वा में जन्मे हरमोहन सिंह यादव की पुण्यतिथि के अवसर पर मेहरबान सिंह की कानपुर आने की योजना थी, लेकिन व्यस्तता के कारण उन्होंने वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। खास बात ये है कि आज के कार्यक्रम में सैफई परिवार पूरी तरह से गायब रहा।
इस मौके पर उन्होंने हरमोहन सिंह को लोकतंत्र के लिए लड़ने वाला योद्धा बताया। उन्होंने कहा कि वह आपातकाल के दौरान लोकतंत्र को बचाने के लिए युद्ध में लड़ने वाले योद्धा थे। हरमोहन सिंह यादव को याद करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि समाज के लिए काम करने वाले लोग हमेशा अमर रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि शरीर के जाने के बाद भी जीवन समाप्त नहीं होता है। गीता में भी यही संदेश श्रीकृष्ण ने दिया है। जो लोग समाज की सेवा के लिए जीते हैं, वे मृत्यु के बाद भी अमर रहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी से पहले महात्मा गांधी हों या उसके बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय, राम मनोहर लोहिया या जयप्रकाश नारायण, उनके विचार हमें प्रेरित करते हैं। हरमोहन सिंह यादव ने लोहिया के विचारों को आगे बढ़ाया।
पीएम मोदी ने की हरमोहन सिंह यादव की जमकर तारीफ
पीएम मोदी ने कहा, चौधरी हरमोहन सिंह यादव ने अपने राजनीतिक जीवन में जो काम किया है, उससे आने वाली पीढ़ियों को निरंतर मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत ग्राम सभा से की और राज्यसभा गए। राष्ट्रपति बने, विधान परिषद बने और सांसद भी बने। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी का संबोधन भले ही किसी कार्यक्रम में मौजूदगी वाला लग रहा हो, लेकिन इसके गहरे राजनीतिक मायने हैं। यूपी की राजनीति को समझने वालों का मानना है कि इसके जरिए बीजेपी सपा का मूल वोट बैंक कहे जाने वाले यादव समुदाय को साधने की कोशिश कर रही है।
मुलायम सिंह को स्थापित करने में अहम रही हरमोहन सिंह यादव की भूमिका
दरअसल, हरमोहन सिंह यादव समाजवादी नेता होने के साथ-साथ यादव समाज की राजनीति से भी जुड़े रहे। वे लंबे समय तक अखिल भारतीय यादव महासभा के अध्यक्ष भी रहे। इतना ही नहीं उनके बेटे सुखराम यादव आज भी इसके उपाध्यक्ष हैं। आज आयोजित कार्यक्रम में यूपी, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, गुजरात समेत देश के 12 राज्यों के यादव महासभा के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। इस मौके पर यादव नेताओं के साथ पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना जैसे नेता मौजूद थे। इसके अलावा हरमोहन यादव के पोते मोहित यादव खुद बीजेपी नेता हैं। इस तरह मंच से बिना कहे साफ संदेश गया कि यादव समाज के लिए बीजेपी भी एक विकल्प है।
कभी सैफई परिवार के लोग होते थे शामिल, अब बीजेपी का बना मंच
कभी हरमोहन सिंह यादव की पुण्यतिथि या जयंती आदि के कार्यक्रमों में सपा के लोगों का आना जाना लगा रहता था। मुलायम सिंह यादव, शिवपाल यादव समेत तमाम नेता जाते थे। लेकिन इस बार का नजारा बिल्कुल अलग था। बीजेपी नेता मंच पर थे और पीएम नरेंद्र मोदी समेत सभी बीजेपी नेताओं की तस्वीरें भी दिखाई दे रही थीं। जबकि सैफई परिवार गायब नजर आया। भले ही यह आयोजन हरमोहन सिंह यादव की याद में था, लेकिन यादव समाज को संदेश देने की कोशिश की गई।