
यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के परिवार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। प्रदेश की योगी सरकार का मुख्तार अंसारी परिवार लगातार अपने करीबी कार्यकर्ताओं पर नकेल कसता जा रहा है। अब यूपी मुख्तार के विधायक बेटे की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रहा है। जबकि रविवार को मुख्तार सांसद भाई अफजल अंसारी की 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई थी। इतना ही नहीं अब तक योगी सरकार मुख्तार और उसके परिवार की अरबों की संपत्ति जब्त कर चुकी है। अब्बास अंसारी को अभी तक पुलिस ने नहीं पकड़ा है और वह फरार है।
मीडिया रिपोर्ट लखनऊ पुलिस ने सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की। क्योंकि अब्बास अंसारी के खिलाफ लखनऊ की एमपी एमएलए कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। अब्बास के खिलाफ लाइसेंस के दुरुपयोग के लिए रिपोर्ट दर्ज की गई थी और तब से वह फरार है। गौरतलब है कि अब्बास अंसारी के खिलाफ चुनाव के दौरान धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। वहीं अब्बास अंसारी ने राष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं दिया। क्योंकि अब्बास अंसारी के खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी किया था। पुलिस का कहना है कि अब्बास अंसारी के खिलाफ दर्ज एफआईआर में हथियार लाइसेंस के दुरुपयोग का मामला दर्ज है।
27 जुलाई को कोर्ट में पेशी
इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी और उसके बाद कोर्ट ने अब्बास अंसारी के खिलाफ एनडीडब्ल्यू जारी किया था। इस मामले में अब्बास अंसारी को 27 जुलाई तक कोर्ट में पेश होने को कहा गया था। लेकिन अब्बास कोर्ट में पेश नहीं हुए हैं।
गैंगस्टर एक्ट के तहत अफजल अंसारी की संपत्ति जब्त
रविवार को गाजीपुर पुलिस ने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और बसपा सांसद अफजल अंसारी की गाजीपुर से 15 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। गैंगस्टर एक्ट के तहत अफजल अंसारी पर की गई है ये कार्रवाई एसपी गाजीपुर रोहन पी बोत्रे के नेतृत्व में भारी पुलिस बल और राजस्व कर्मियों की मौजूदगी में अफजल अंसारी की संपत्तियां कुर्क की गई हैं। एसपी की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी एमपी सिंह ने 22 जुलाई को उत्तर प्रदेश गैंग बंद और असामाजिक अधिनियम 1986 के 14(1) के तहत कुर्की का आदेश जारी किया था।