
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण दिल्ली विश्वविद्यालय दाखिले में देरी हो रही है। जिससे अब इसका असर छात्र संघ चुनाव पर भी पड़ रहा है। हर साल सितंबर में होने वाला डूसू चुनाव नवंबर में होने की संभावना है।
ऐसा नए छात्रों का दाखिला नहीं होने के कारण हो रहा है हर साल नए छात्रों की दाखिला प्रक्रिया संपन्न होने के बाद सितंबर के दूसरे सप्ताह की शुरुआत में चुनाव कराए जाते हैं। इसके लिए अगस्त के मध्य तक अधिसूचना जारी कर दी जाती है पिछले साल 10 अगस्त को चुनाव समिति गठित कर दी गई थी जबकि 20 अगस्त को शेड्यूल जारी कर दिया गया था और 12 सितंबर को चुनाव हुए थे।
दाखिला प्रक्रिया सितंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू होने की संभावना
कोरोना महामारी की वजह से इस बार दाखिले का समीकरण बिगड़ गया है। इस सत्र के लिए दाखिला प्रक्रिया सितंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू होने की संभावना जताई जा रही है जो कि अक्टूबर तक चलेगी ऐसे में दाखिला प्रक्रिया पूरी होने से पहले चुनाव नहीं कराए जा सकते। दाखिला प्रक्रिया के दौरान ही छात्र संगठन ने छात्रों के लिए सदस्यता अभियान चलाते हैं। चुनाव राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जाता है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि डूसू चुनाव को राजनीति की प्राथमिक पाठशाला कहा जाता है। डीयू छात्र संघ चुनाव बनने के बाद देश की दूसरी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के चुनाव जीतने की संभावना मानी जा रही है।