
कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन का तीसरा चरण शुरू हो गया है। भारत बायोटेक की वैक्सीन के दो चरण हो चुके हैं। जबकि कंपनी अब तीसरे चरण पर काम कर रही है। हरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश और कई राज्यों में कंपनी अपनी वैक्सीन के ट्रायल कर रही है। उत्तर प्रदेश ने वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी दे दी है। उत्तर प्रदेश में ये ट्रायल लखनऊ और गोरखपुर में किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड को तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी दे दी। संजय गांधी पीजीआइ के निदेशक डॉ. आरके धीमन को लखनऊ का नोडल अधिकारी और बीआरडी मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. गणेश कुमार को गोरखपुर का नोडल अधिकारी बनाया गया है। उम्मीद है कि कंपनी इस महीने के अंत या फिर अक्टूबर के पहले हफ्ते में तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर सकती है। देश के अन्य राज्यों में भी कंपनी इसी दौरान अपने ट्रायल्स शुरू करेगी। भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) व राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) के साथ मिलकर यह पहला स्वदेशी टीका कोवैक्सीन तैयार किया है। देश में फिलहाल तीन कंपनियों के वैक्सीन का ट्रायल दूसरे या तीसरे चरण में चल रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन का भी तीसरे चरण का ट्रायल शुरू होने वाला है। इसके अलावा डॉ रेड्डीज ने भी रूस की स्पूतनिक-5 वैक्सीन के लिए तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी मांगी है। उम्मीद है कि दिसंबर तक वैक्सीन का कमिर्शियल लांच किया जा सकता है।