
यूपी में क्या संगठित अपराधियों के दिन खत्म हो रहे हैं। यूपी सरकार ने बड़े संगठित अपराधियों के खिलाफ को कार्रवाई शुरू की है। अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का दावा अब हकीकत में बदलने लगा है। पिछले कुछ दिनों में तीन बड़े अपराधियों पर कार्रवाई शुरू होने के बाद अब बड़े और छोटे अपराधी राज्य से दूसरी जगह शिफ्ट होने लगे हैं। चूंकि राज्य में अब प्रशासन किसी भी अपराधी और उसके साथ जुड़े हुए नेताओं की नहीं सुन रहा है। इससे अपराधी अपना बेस राज्य से शिफ्ट करने लगे हैं।
दरअसल जिस तरह से विकास दूबे और उसके साथियों का गिरफ्तारी के बाद एनकांउटर हुआ साथ ही मुख्तार अंसारी की अवैध बिल्डिंग गिराई गई और अतीक अहमद की संपत्ति जब्त हुई इससे अपराधियों के मन में योगी सरकार को लेकर एक खौफ उत्पन्न हो गया है। इसलिए कई बड़े अपराधी अब लखनऊ और यूपी के दूसरे बड़े शहरों में दिखना कम हो गए हैं। आगरा, मुरादाबाद, मेरठ जैसे इलाकों में कारोबार करने वालों को अवैध वसूली के कॉल आने कम हो गए हैं। आगरा के जूते के एक कारोबारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि पहले हर महीने कोई फोन आ ही जाता था। लेकिन अब इस तरह के कॉल आना काफी कम हो गया है। हमने पहले एक अमाउंट इस तरह के लोगों के लिए रखा हुआ था। लेकिन अब योगी सरकार के सख्त रवैये के चलते बड़े अपराधियों के गुर्गे इलाके में नज़र नहीं आ रहे हैं।
अभी तक अपराधी वसूली करके अपनी संपत्तियां बना लेते थे या फिर किसी संपत्ति पर कब्जा कर लेते थे। लेकिन अब पुलिस प्रशासन का कार्रवाई करने का अंदाज बदला है। अब अपराधी, सरगना, माफिया पर तो शिकंजा कसा ही जा रहा है, साथ ही उनकी अवैध संपत्तियों को भी जब्त, कुर्क और ध्वस्त किया जा रहा है। माफिया विधायक मुख्तार अंसारी व पूर्व सांसद अतीक अहमद की संपत्तियों को ध्वस्त, जब्त व कुर्क करने की कार्रवाई तेजी से चल रही है। मुख्तार के अवैध कब्जों को ध्वस्त करने के साथ ही गैंगस्टर व भू-माफिया अतीक की अब तक 25 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं। सरकार ने मुख्तार अंसारी गिरोह के 12 अपराधियों को छह माह के लिए जिलाबदर भी किया है। इससे पहले वाराणसी में 11 जुलाई को माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गे प्रकाश मिश्र उर्फ झुन्ना पंडित की 58 लाख से अधिक की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की गई थी। मुख्तार के करीबी मछली तस्कर रवींद्र निषाद उर्फ पप्पू की अब तक करीब पांच करोड़ रुपये की संपत्ति सील की जा चुकी है। जौनपुर में पूर्व सांसद उमाकांत यादव के पुत्र दिनेशकांत यादव समेत गैंगेस्टर एक्ट के 11 आरोपितों की करीब साढ़े चार करोड़ की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई चल रही है। ऐसे में अब छोटे अपराधी भी अपने इलाकों में अपनी एक्टिविटी कम कर रहे हैं।