
कोरोना (corona) की दवा लेने जा रहे हैं तो सावधान रहिए, कोरोना को लेकर लोगों की परेशानियों का फायदा बहुत से लोग उठाने की कोशिश कर रहे हैं। बाज़ार (Market) में कुछ लोग कोरोना के महंगे महंगे टीके (Injection) बेच रहे हैं वो भी नकली। जी हां बाज़ार में जो इंजेक्शन 40 हज़ार का मिलता है। वो ब्लैक में एक लाख रूपये का मिल रहा है। लेकिन अब लोगों ने इस इंजेक्शन को ही नकली बनाना शुरू कर दिया है। मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने हाल ही में एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जिसमें दिल्ली का एक दुकानदार आज़म नसीर ख़ान ब्लैक में नकली टोसिलिजुमैब (Tocilzumab) इंजेक्शन बेच रहा था। दरअसल कोरोना के आपात मामलों में इस इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ये इंपोटेर्ड इंजेक्शन सिर्फ चुनिंदा डीलर ही बेचते हैं। दिल्ली के गोविंदपुरी में मेडिकल स्टोर चलाने वाला नसीर इन इंजेक्शन को मुंबई में ब्लैक में बेच रहा था। इस इंजेक्शन की कीमत 40 हज़ार है। लेकिन नासीर इसको एक लाख रुपये में बेच रहा था। इस ब्लैकमाकेर्टिंग की जांच करते हुए पुलिस ने इस इंजेक्शन की जांच की तो पाया कि ये इंजेक्शन भी नकली है। यानि कोरोना की दवा के नाम पर ब्लैक में बेचा जा रहा इंजेक्शन दरअसल नकली दवा से भरा इंजेक्शन निकला। जिसको लगाकर मरीज की मौत भी हो सकती है। मुंबई के डीपीसी अकबर ख़ान के मुताबिक उन्होंने जांच के बाद नासीर ख़ान को गिरफ्तार कर लिया है। जोकि अजय नाशा नाम से ऑपरेट कर रहा था। पुलिस ने इसके पास से 15 इंजेक्शन बरामद किए थे। केस जांच अधिकारी नंदकुमार गोपाले के मुताबिक जब हमने जब्त इंजेक्शन भारत में इस इंजेक्शन के आधिकारिक विक्रेता सिप्ला को भेजा तो उन्होंने बताया कि ये इंजेक्शन नकली है।