
गृह मंत्रालय ने संसद को बताया कि फेक न्यूज से फैली दहशत से मजदूर सड़क पर जमा हो गए
गृह मंत्रालय ने लोकसभा को कहा है कि कोविद -19 लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में मजदूर फर्जी खबरों द्वारा फैलाई गई दहशत की वजह से सड़कों पर आ गए थे।
तृणमूल कांग्रेस सांसद मालासन एक लिखित सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय में जवाब दिया। सांसद ने पूछा था कि लॉक डाउन के ऐलान के बाद आखिर में बड़ी संख्या में मजदूर बड़े शहरों से अपने घर की ओर क्यों जाने लगे?
गृह राज्य मंत्री नित्य नंद रॉय ने कहा है कि बड़ी संख्या में मजदूर फर्जी खबरों द्वारा फैलाई गई दहशत की वजह से सड़क पर आ गए और इस बात से परेशान हो गए कि आखिर वह अपनी बुनियादी जरूरतों जैसे खाना, पीना स्वास्थ्य सेवाएं और आश्रय स्थल का। मैं कैसे करूंगा?
मंत्री ने आगे कहा कि घर वापस लौटने वालों में मृत व्यक्तियों की संख्या का कोई रिकॉर्ड केंद्र सरकार के पास नहीं है।
हाल ही में उन्होंने कहा, केंद्र सरकार ने लॉक डाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को खाद्य, पेयजल और स्वास्थ्य सेवाओं के इंतजाम के लिए हर कदम उठाया है।
सोमवार को श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने सदन को जानकारी दी कि एक करोड़ प्रवासी मजदूर
अपने घर वापस लौटे थे
दरअसल इस मुद्दे पर मोदी सरकार को तमाम आलोचना का सामना करना पड़ा था। विपक्ष ने सवाल उठाया था कि लॉक डाउन की घोषणा से पहले मोदी सरकार ने मजदूरों की दिक्कतों के बारे में कोई आकलन नहीं किया।
गृह राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्र ने 28 मार्च को राज्य सरकारों को राज्य आपदा कोष का मजदूरों के इंतजाम को लेकर इस्तेमाल करने के लिए इजाजत दी थी।