
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के नेता फारूख अब्दुल्ला पर सोमवार (Monday) को जमकर निशाना साधा। दरअसल फारूख अब्दुल्ला ने पिछले दिनों कहा था कि वो चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 को वापस लाएंगे। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने कहा कि फारूख ने 24 सितंबर को फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि आप यदि जम्मू कश्मीर में जाकर लोगों से पूछेंगे कि क्या वह भारतीय हैं, तो लोग कहेंगे कि नहीं हम भारतीय नहीं हैं। अब वहीं फारूक अब्दुल्ला देशद्रोही बयान देते हैं कि भविष्य में हमें यदि मौका मिला तो हम चीन के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 को वापस लाएंगे।
बीजेपी ने कहा है कि फारूक और राहुल दोनों ही दूसरे देशों की तारीफ करते हैं जबकि अपने देश, प्रधानमंत्री और आर्मी के विरोध में बयानबाजी करते हैं। यह कहां तक सही है।
संबित पात्रा ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा है कि यदि चीन का हमला हुआ है तो इसकी एक ही वजह होगी कि अनुच्छेद 370 को हिन्दुस्तान ने हटाया। फारूक अब्दुल्ला का यह कहना कि अच्छा होगा यदि हम चीन के साथ मिल जाएं। फारूक अब चीन की विस्तारवादी मानसिकता को न्यायोचित ठहरा रहे हैं। क्या ये देश विरोधी बातें नहीं हैं? देश की संप्रभुता पर सवाल उठाना, देश की स्वतंत्रता पर प्रश्नचिन्ह लगाना क्या एक सांसद को शोभा देता है? फारूक अब्दुल्ला का यह बयान देश कतई स्वीकार नहीं करेगा। यह न केवल चिंतनीय है बल्कि बेहद दुखद है। पात्रा ने कहा कि इस तरह के बयान देकर फारूख चीन की सरकार के सामने हीरो बनने की कोशिश कर रहे हैं। इसी तरह राहुल गांधी भी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक पर सवाल खड़े कर पाकिस्तान में हीरो बने थे।