जैसे जैसे कोरोना के इलाज के लिए नई नई दवाएं और वैक्सीन की घोषणा हो रही हैं, वैसे वैसे सोने की कीमतों में अब कुछ गिरावट आने लगी है। हालांकि सोने की कीमतों पर अमेरिका के कमज़ोर होते हुए डॉलर का भी असर पड़ रहा था। पिछले दो सत्रों में सोने और चांदी की कीमतें बढ़ी थी। लेकिन ये बहुत ज्य़ादा नहीं थी। । एमसीएक्स पर अक्तूबर का सोना वायदा 0.5 फीसदी गिरकर 53,313 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी वायदा 0.8 फीसदी घटकर 68,938 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
दुनियाभर के बाज़ारों में कमजोर अमेरिकी डॉलर के चलते सोने की कीमतें 2,000 डॉलर प्रति औंस तक बढ़ गई थी। हाजिर सोना 0.1 फीसदी बढ़कर 2,002.12 डॉलर प्रति औंस पर था। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.6 फीसदी बढ़कर 27.82 डॉलर प्रति औंस हो गई जबकि प्लैटिनम 0.2 फीसदी बढ़कर 958.33 डॉलर हो गया। हालांकि दूसरी ओर डॉलर की कीमतें लगातार गिर रही हैं। पिछले 6वें सत्र में डॉलर सूचकांक में लगातार गिरावट आई और यह करीब दो साल के निचले स्तर पर पहुंच गया। दरअसल अगर अमेरिकी डॉलर कमज़ोर होता है तो भी सोने की कीमतें बढ़ेंगी। पिछले कुछ समय में सोने की कीमतों में लगभग 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि जिस तरह से कोरोना और डॉलर की कीमतों में स्थिरता आएगी। वैसे वैसे सोना भी सस्ता होगा।