
हाथरस मामले को लेकर पीड़िता के परिवार से सबसे पहले मिलने के बाद राहुल और प्रियंका गांधी का हौसला बढ़ गया है और उनको अब लगने लगा है कि इस मुद्दे को अगर आगे भी लेकर चला जाता है तो बिहार के चुनाव में इसका खासा फायदा मिल सकता है। इस को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने बिहार के चुनावों में रेप के आरोपी को उम्मीदवार नहीं बनाने का फैसला किया है ।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में बिहार के चुनावी उम्मीदवारों के नामों की चर्चा हो रही थी तब लिस्ट में कुछ ऐसे नाम थे जिन पर बलात्कार जैसे अपराधों का आरोप था। हाथरस मामले को देखते हुए फैसला किया गया कि इन उम्मीदवारों की टिकट रोक दी जाए सूत्रों ने बताया कि इन नामों में एक नाम बृजेश पांडे का भी था।
हालांकि अभी सोशल मीडिया में एक वीडियो और चल रहा है, जिससे बिहार में कांग्रेस पार्टी का हाथरस मामले को भुनाने का सपना टूट सकता है।
दरअसल एक कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव और कांग्रेस के नेता अविनाश पांडे मंच पर बैठे हैं। कार्यक्रम शुरू होने से पहले तेजस्वी यादव पांडे के कान में फुसफुसाते हुए कहते हैं कि कार्यक्रम से पहले अगर यूपी मामले पर 1 मिनट का मौन कर दिया जाए तो इससे दलितों में अच्छा संदेश जाएगा। जवाब में अविनाश पांडे कहते हैं कि कौन सा मामला तेजस्वी कहते हैं अरे वही हाथरस का फिर अविनाश पांडे कहते हैं, जहां प्रियंका जी गई थी उसके बाद तेजस्वी यादव अपने एक चेले को कहते हैं की कार्यक्रम शुरू होने से पहले हाथरस मामले की पीड़िता को लेकर 1 मिनट का मौन घोषित किया जाए।
बिहार चुनाव को लेकर हुई कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर मंथन हुआ. इसी बैठक में इस विषय पर मंथन हुआ कि किसी भी रेप आरोपी को पार्टी की ओर से टिकट ना दिया जाए. इसी मंथन के बाद तीन उम्मीदवारों की टिकट रोक दी गई है. इनमें ब्रजेश पांडे का नाम भी शामिल है.
पार्टी की महिला नेता सुष्मिता देव ने इसका जिक्र अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी किया था. उन्होंने कहा था कि किसी भी रेप आरोपी को टिकट नहीं मिलना चाहिए, जबतक पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा कांग्रेस सड़क पर संघर्ष करेगी.
गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से हाथरस के मसले को जोर-शोर से उठाया जा रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी खुद यूपी प्रशासन का सामना करते हुए हाथरस पहुंचे थे और पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी. अब बिहार चुनाव में भी पार्टी की ओर से ये संदेश देने की कोशिश की जा रही है.
बिहार में कांग्रेस पार्टी राजद के साथ मिलकर करीब 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, ऐसे में जब यूपी में कांग्रेस की ओर से इस मसले पर भाजपा को घेरा जा रहा है. तब पार्टी बिहार को लेकर भी सतर्क है.