
कभी कभी साथ काम करने वाली महिला के साथ घुलनामिलना आपकी जान पर बन सकता है। कम से कम कारोबारी संजीव कौशिक की कहानी तो यही सबक सिखलाती है। दरअसल संजीव कौशिक ने पिछले दिनों आत्माहत्या कर ली थी। लेकिन संजीव की आत्महत्या का कारण उसकी प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाली एक महिला थी, जिसने संजीव को प्रेम जाल में फांसकर पहले उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और अपने साथी को इसको फिल्माने का जिम्मा दिया। बाद में इस अश्लील क्लिप के जरिए उससे पैसे ऐंठना शुरू किया।
दरअसल बल्लभगढ़ निवासी कारोबारी संजीव कौशिक आत्महत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने महिला पिंकी तिवारी और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान बल्लभगढ़ निवासी युवती और यूपी के मथुरा जिला निवासी स्वामी उर्फ कृपाल सिंह के रूप में हुई है। आरोपियों का एक साथी विनोद अभी फरार है। बल्लभगढ़ एसीपी ने संजीव की आत्महत्या का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी महिला पिछले 10-15 वर्षों से कौशिक की प्रिंटिंग प्रेस पर काम करती थी, विनोद नामक व्यक्ति भी महिला के साथ काम करता है। कौशिक की मोटी कमाई को देखकर दोनों ने संजीव को फंसाने और उनके पैसे हड़पने के लिए प्लानिंग बनाई थी। प्लानिंग के तहत महिला ने मृतक संजीव के साथ प्रेम का जाल बिछाया और आरोपी विनोद ने संजीव और आरोपी महिला की वीडियो बना लिया।
वीडियो के बारे में आरोपी महिला को पता था लेकिन, मृतक संजीव इस बारे में नहीं जानता था। वीडियो के आधार पर आरोपी महिला, विनोद और स्वामी के साथ मिलकर एक साल से संजीव को ब्लैकमेल कर रहे थे। ब्लैकमेल करके आरोपी मृतक से अब तक 15 लाख रुपए ऐंठ चुके थे।इससे कारोबारी डिप्रेशन में आ गए थे और परेशान होकर उन्होंने गुड़गांव नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने कारोबारी के घर से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था, जिसमें मृतक ने अपने यहां काम करने वाली महिला और दो अन्य लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। 24 अगस्त को ही कारोबारी सेक्टर-8 के सामने आगरा नहर पुल पर अपनी कार खड़ी कर नहर में छलांग लगा दी थी। उनका शव 29 अगस्त को चावला कॉलोनी के सामने गुड़गांव नहर से बरामद हुआ था। पुलिस प्रवक्ता एवं एसीपी धारणा यादव ने बताया कि आरोपी महिला को बल्लभगढ़ से और उसके साथी स्वामी को पलवल से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि महिला को जब कारोबारी संजीव कौशिक के लापता होने की सूचना मिली तो उसने नया ड्रामा रचा।महिला खुद को बचने के लिए 28 अगस्त को महिला थाना बल्लभगढ़ पहुंची और कारोबारी पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करा दिया। पुलिस अभी इस केस की जांच कर ही रही थी कि 29 अगस्त को ही पुलिस को कारोबारी का शव गुड़गांव नहर से बरामद हो गया।