
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के अमिलो निवासी सबाउद्दीन को आईएसआईएस से संबंध रखने और आतंकी होने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने की सूचना से हड़कंप मच गया है। सबाउद्दीन को एटीएस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। एटीएस का कहना है कि सबाउद्दीन फेसबुक और अन्य सोशल साइट्स से युवकों को जिहादी बनाने के लिए उनका पता लगाता था। बताया जा रहा है कि जब सबाउद्दीन आजमगढ़ से कमाने के लिए मुंबई गया था, जब वह गांव लौटा तो उसका लुक बदल चुका था, वह मोबाइल पर ज्यादा एक्टिव था। उधर, सबाउद्दीन के भाई मसलुद्दीन ने एटीएस के आरोपों से इनकार किया है। मसलुद्दीन का कहना है कि वह कोर्ट जाएंगे। सबाउद्दीन उर्फ सबाहू पुत्र जफर आजम निवासी महमूदपुरा, अमिलो सातवीं पास है। पिता जी का देहांत हो चुका है। परिवार में मां और पांच भाई हैं।
जांच में सामने आया है कि सबाउद्दीन आजमी उर्फ साहू का संबंध फेसबुक पर बिलाल नाम के शख्स से था। बिलाल सबाउद्दीन से जिहाद और कश्मीर में आतंकियों पर की जा रही कार्रवाई को लेकर बात करता था। बिलाल ने मूसा उर्फ खट्टाब कश्मीरी का नंबर सबाउद्दीन को दे दिया। दोनों के बीच बातचीत भी होने लगी। मूसा आईएसआईएस का सदस्य है। इस बात के भी सबूत हैं कि उसने अत्याचारों का बदला लेने के लिए सीरिया में रह रहे अबू बकर अल-शमी से बात की थी। अल-शमी ने सबाउद्दीन को आईईडी बनाने के साथ-साथ हैंड ग्रेनेड और बम बनाने का प्रशिक्षण दिया। इस दौरान अल-शमी उनसे भारत में इस्लामिक संगठन के गठन और भारत में इस्लामिक शासन और शरिया कानून लागू करने के बारे में पूछते रहे।
एटीएस ने दावा किया है कि सबाउद्दीन आजमी आरएसएस (संघ) के नेताओं पर हमले की योजना बना रहा था। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि इसके लिए उसने आरआरएस नाम की ई-मेल आईडी भी बनाई और फेसबुक अकाउंट बनाकर उसे निशाना बनाने की योजना पर काम कर रहा था। उसने मुजाहिदीन संगठन बनाने के लिए कई युवकों से संपर्क किया था। एटीएस ने उसके खिलाफ राजद्रोह, गैरकानूनी गतिविधि अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज की है।
सैफुल्लाह पांच साल पहले काकोरी में मारा गया था
लखनऊ के काकोरी में 9 मार्च 2017 को एटीएस 11 घंटे की मुठभेड़ के बाद आतंकी सैफुल्ला को मार गिराने में सफल रही थी। उस वक्त यह बात सामने आ रही थी कि उसके तार आईएसआईएस संगठन से जुड़े हुए हैं। सैफुल्ला अपने साथियों के साथ ट्रेनों में सीरियल ब्लास्ट करने के इरादे से होली के आसपास आया था।
जुलाई में पांच आतंकवादी गिरफ्तार
इससे पहले जुलाई में अंसार गजवातुल हिंद मॉड्यूल के पांच आतंकियों और 11 जुलाई को अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद मॉड्यूल के दो आतंकियों मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को एटीएस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था। इससे पहले गोरखपुर के अहमद मुर्तजा अब्बासी को भी एटीएस ने गिरफ्तार किया था।