
Kangana Ranaut के ऑफिस में तोड़फोड़ और उसके बाद कोर्ट से कंगना को स्टे मिलने के बाद अब बीएमसी अपने आपको सही साबित करने की कोशिशों में लगी हुई है। अचानक एक्टिव हुई बीएमसी ने अब डिजाइनर मनीष मल्होत्रा को नोटिस भेज दिया है। बीएमसी ने मनीष मल्होत्रा को अंडर सेक्शन 351 में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जहां बीएमसी ने कंगना को नोटिस के बाद कोई वक्त नही दिया वहीं बीएमसी ने फैशन डिज़ाइनर को सात दिन की मोहलत दी है और उनसे जवाब मांगा है। मनीष ने हाल ही में अपने ऑफिस के फर्स्ट फ्लोर में कुछ बदलाव कराए थे जिसके बाद उन्हें नोटिस भेजा है।
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बीएमसी ने बुधवार को ही कंगना के ऑफिस में तोड़फोड़ की थी। इसके बाद से ही बीएमसी की चारों तरफ आलोचना हो रही है। खुद राकांपा के सुप्रीमो शरद पवार ने कल शाम को मुख्यमंत्री उद्वव ठाकरे से मिलकर इस मामले में संयम बरतने के लिए कहा था।
कंगना के दफ्तर में तोड़फोड को लेकर मामला कोर्ट चला गया है। अब बाम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले में अब 10 सितंबर को सुनवाई करेगा। कोर्ट ने कंगना के ऑफिस को बिना पर्याप्त समय दिए तोड़ने को लेकर बीएमसी से जवाब मांगा है। अब बीएमसी को इस मामले में जवाब देना होगा।
बीएमसी की इस कार्रवाई से कंगना काफी भड़की हुई हैं और वो शिवसेना पर लगातार हमला बोल रही हैं। इससे शिवसेना बैकफुट पर है। कंगना ने अपने ऑफिस के अंदर के कई वीडियोज़ भी जारी किए हैं जिसमें उनका ऑफिस टूटा नज़र आ रहा है। इन ट्वीट्स के साथ कंगना ने लिखा है ‘Death Of Democracy’।
हालांकि इस पूरे मामले में शिवसेना को आम लोगों की नाराज़गी झेलनी पड़ी है। इसलिए ही अब इसको लेकर शिवसेना बयानबाजी से बच रही है और अपने आपको बीएमसी की कार्रवाई से अलग दिखाने की कोशिश कर रही है।