
Liquor Scam of Manish Sisodiya: कभी अपने को भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे बड़ा क्रूसेडर कहने वाले अरविंद केजरीवाल और उनकी पूरी पार्टी दिनेश अरोड़ा और विजय नायर के सवाल पर चुप्पी साधे हुई है। हालत ये है कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया खुद अपने को कट्टर ईमानदार घोषित कर रहे हैं, लेकिन शराब नीति को लेकर एक भी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। जिस शराब नीति की जांच में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है, उसमें जिस दिनेश अरोड़ा और विजय नायर और अन्य कंपनियों का जिक्र हुआ है, उनके बारे में मनीष सिसोदिया भी कुछ नहीं कह पा रहे हैं।
इस बारे में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा है कि पूरी आम आदमी पार्टी असली सवालों से भाग रही है, वो न्यूयार्क टाइम्स की बात कर रहे हैं, शिक्षा मॉडल की बात कर रहे हैं, वो स्वास्थय मॉडल की बात कर रहे हैं, लेकिन जिस नीति पर एफआईआर हुई है, उसपर सवालों से बच रहे हैं।
मुंबई में तैयार हुई शराब नीति
दिल्ली की नई शराब नीति की आड़ में घोटाले को लेकर सीबीआई ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसके मुताबिक, पूरी शराब नीति दिल्ली नहीं, मुंबई में लिखी गई थी। इसे तैयार करने में मुंबई की ईवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पूर्व सीईओ विजय नायर का नाम सामने आया है।
सीबीआई ने एफआईआर में लिखा है कि मामले में खुद को बचाने के लिए आबकारी विभाग के रिकाॅर्ड में बड़े पैमाने पर फर्जी एंट्री की गईं, ताकि सीधे पैसा कमाया जा सके। इस बीच, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली में करीब 12 आईएएस अफसरों का तबादला कर दिया है।
सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक, मुंबई की मेसर्ज ओनली मच लाउडर एन एंटरटेनमेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पूर्व सीईओ विजय नायर ने सिसोदिया के साथ मिलकर नई नीति का ड्राफ्ट तैयार किया था। इसमें मनोज राय, ब्रिंडको सेल्स के अमनदीप ढल और इंडो स्प्रिट ग्रुप के एमडी समीर महेंद्रू ने भी अपने हिसाब से क्लॉज डलवाए थे।