
भगवान राम के मंदिर के शिलान्यास की तारीख के साथ ही अयोध्या नगरी को और सुंदर बनाने की कोशिशें भी राज्य सरकार ने शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सरयू नदी के किनारे भगवान राम की 251 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाने पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए एक कंपनी का चुनाव भी राज्य सरकार ने कर लिया है। दरअसल राम मंदिर के साथ साथ राज्य सरकार पूरी अयोध्या को ही एक बहुत बड़े और सुंदर तीर्थ स्थल के तौर पर विकसित करना चाहती है। ताकि देश विदेश के जो भक्त यहां आएं उनको एक अलग ही अनुभव हो। इसके लिए ही योगी वहां एक बड़ी राम प्रतिमा भी लगवाना चाहते हैं। इसके लिए भी तैयारियां पूरी हो गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक हाल ही में राज्य सरकार ने मूर्ति बनाने वाली कई कंपनियों से बातचीत की थी। इनमें गुडगांव की एक कंपनी को फाइनल कर लिया है। प्रतिमा के संभावित निर्माता नरेश कुमावत ने बताया कि योगी आदित्यानाथ जी ने प्रतिमा के डिजाइन को सराहा गया है। इसमें भगवान राम वीर रूप में होंगे और उनके चेहरे पर सौम्यता होगी। जोकि 251 मीटर यानि करीब 823 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा बनाएगी। इस प्रतिमा में करीब 50 मीटर का आधार होगा। जिसपर भगवान राम की विभिन्न लीलाएं उकेरी जाएंगी। बाकी 181 मीटर की प्रतिमा रहेगी। धातू की बनने वाली ये प्रतिमा भारत की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में से एक होगी। इसके लिए करीब 100 एकड़ ज़मीन की जरूरत होगी। इसका इंतज़ाम भी राज्य सरकार ने कर लिया है। मूर्ति और मंदिर का निर्माण लगभग एक ही समय शुरू और खत्म हो। इसके लिए भी कोशिश की जा रही है। इसके लिए करीब 3000 करोड़ रुपये का खर्चा किया जाएगा।