
कोरोना महामारी भले ही थमने का नाम नहीं ले रही है लेकिन अब सरकार बंदिशों को कुछ कम करने के बारे में सोच रही है।
इस सोच के साथ सरकार अब नवोदय सैनिक स्कूल और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय आवासीय स्कूलों को खोलने की तैयारी कर रही है।
सबसे पहले इन स्कूलों को 10वीं और 12वीं बोर्ड के छात्रों के लिए खोला जाएगा।
उसके बाद नवमी और ग्यारहवीं के छात्रों को बुलाया जाएगा।
शिक्षा मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से इस बारे में अनुमति मांगी है।
सब कुछ ठीक रहा तो अक्टूबर के अंत या नवंबर की शुरुआत में इन स्कूलों को खोलने की ज्यादा संभावनाएं हैं। मैनेजमेंट ने स्कूलों को खोलने की तैयारी शुरू कर दी है।
स्कूलों ने अपना प्लान बना लिया है। बोर्ड परीक्षा के छात्रों को क्लास रूम से हॉस्टल तक सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक दूरी के नियमों के तहत बुलाया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों का पालन भी किया जाएगा।
खेल कूद और प्रार्थना सभा नहीं होगी।
स्कूलों में किसी स्पोर्ट्स और प्रार्थना सभा पर रोक रहेगी।
हॉस्टल में भी एक कमरे में दो ही छात्र होंगे किसी भी तरह के समूह में छात्रों को जमा होने नहीं दिया जाएगा।
छात्र, शिक्षक, कर्मियों का होगा टेस्ट
स्कूल खोलने की तैयारी के तहत तय किया गया है कि सबसे पहले छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट होगा।
इस रिपोर्ट के आधार पर ही उन्हें कैंपस में प्रवेश मिलेगा।
संक्रमण से बचाने के लिए छात्रों को कैंपस से बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी और कोई बाहर का व्यक्ति भी कैंपस में नहीं आ सकता।
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