
नेपाल के एक जिले में चीन (China) ने अपने पिलर (Pillers) गाड दिए हैं स्थानीय नेपालियों के उनके अपने इलाके (area) में आने जाने पर रोक लगा दी है। साथ ही सीमा (border) के इलाके में निर्माण भी शुरू कर दिया है। स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी है। लेकिन चीन के दबाव के कारण वो कुछ बोल नहीं रहे हैं। इसको लेकर नेपाल में चीन का विरोध बढ़ता जा रहा है।
दरअसल नेपाल का हुमला (Humla) जिला चीन की सीमा के साथ लगा हुआ है। इस इलाके पर चीन की बहुत समय से नज़र थी। लेकिन अब नेपाल में चीन परस्त सरकार आने के बाद इस जिले के साथ सीमा पर लगे पिलर ही रातों रात नई जगह पर लग गए हैं। अभी तक ये पिलर जिले की आबादी से दूर लगे थे। लेकिन कुछ समय पहले ये वहां से उखड़कर आबादी के पास तक आ गए हैं।
इसपर विपक्षी नेता जीवन बहादुर शाही (Jeevan Bhadur Shahi) जोकि खुद इसी हुमला जिले के रहने वाले हैं ने बयान दिया है कि हुमला और कुछ सीमावर्ती जिलों में चीन के अवैध कब्जे की प्रशासन पुष्टि कर चुका है लेकिन चीन परस्त नीतियों के चलते सरकार कुछ बोल नहीं रही। उन्होंने कहा है कि हुमला के लोग चीन की बढ़ती दखलंदाजी से परेशान हैं। चीन ने अब तो खाने पीने के लदे ट्रकों के आने-जाने पर भी रोक लगा दी है जिससे स्थानीय लोगों और व्यापारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर प्रधानमंत्री के पी ओली ने इन दावों को गलत बताया है। हालांकि सरकार के लोग भी जानते हैं कि पिलर रातों रात उखड़कर सीमा से काफी अंदर नेपाल सीमा में आ गए हैं।