
जेईई, नीट, सीबीएसई, कॉलेजों के अंतिम वर्ष की 10 से ज्यादा एंट्रेंस एग्जाम के लिए नई SOP
कोविड-19 संक्रमण के बीच प्रवेश परीक्षा और वार्षिक परीक्षा करवाने के लिए केंद्र सरकार ने नई मानक संचालन प्रक्रिया यानी SOP जारी की है। इसके तहत कंटेनमेंट जोन के छात्रों और कर्मचारियों को परीक्षा केंद्र जाने की इजाजत नहीं होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जेईई, नीट, सीबीएसई, कॉलेजों के अंतिम वर्ष यानी फाइनल ईयर की 10 से ज्यादा प्रवेश परीक्षाओं के मध्य नई सूची जारी की है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी नई SOP के मुताबिक केवल बिना लक्षण वाले छात्रों को अनुमति मिलेगी।
छात्रों शिक्षकों को कोरौना मुक्त होने का खुद सत्यापित मानपत्र प्रमाण पत्र यानी सर्टिफिकेट देना होगा
परीक्षा केंद्र में जांच के दौरान बिना लक्षण वाला कोई छात्र संक्रमित मिलता है तो उसे आइसोलेशन रूम में परीक्षा देनी होगी।
कोरोना पॉजिटिव छात्र की भी तबीयत ठीक होने पर नई तारीख पर उसकी परीक्षा होगी।
गर्भवती महिला और बीमार शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगेगी।
6 फीट की दूरी के आधार पर बैठने की व्यवस्था होगी तीन परत वाला मास्क पहनना और हाथ दिलवाने के बाद अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से हाथ धोना होगा।
सभी के पास आरोग्य सेतु एप होना चाहिए।
संस्थान के गेट से क्लास तक 6 फीट की दूरी वाला गोल घेरा का नियम पहले से ही लागू है।
छात्र घर से पानी की बोतल ला सकते हैं
केंद्र पर भी पेयजल की व्यवस्था करनी होगी डिस्पोजेबल गिलास रखना होगा।
छात्रों को बस से ला ले ले जाने से पहले उसे सेनिटाइज करना पड़ेगा।
सावधानी बरतने के लिए संस्थानों में पोस्टर लगाने होंगे।
परीक्षा कराने वाले यानी आयोजक संस्था को भीड़ कम करने वालों करने के लिए ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाने होंगे
लक्ष्मण मिलने पर जाना होगा अस्पताल
परीक्षा केंद्र में यदि किसी छात्र में सर्दी जुखाम बुखार या अन्य लक्षण मिलते हैं तो उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाने की सुविधा देनी होगी उस छात्र की कोविड-19 जांच करवाई जाएगी उसकी परीक्षा नई डेट शीट के आधार पर बाद में दी जाएगी।
एसी 24 से 30 डिग्री के तापमान पर चलेगा
केंद्र पर हर कमरे में ताजी हवा के लिए खिड़की होनी चाहिए, यदि ac है तो सभी कमरे का तापमान 24 से 30 डिग्री होना चाहिए ।
आंसर शीट 72 घंटे तक नहीं खुलेगी परीक्षा
समाप्त होने के बाद आंसर शीट को पैक करके सैनिटाइज किया जाएगा उसे 72 घंटे तक नहीं खोला जाएगा।